गुजरात बंद के बीच युवक ने की आत्महत्या
गुजरात में रविवार को पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा के बाद मेहसाणा शहर में लगा कर्फ्यू सोमवार सुबह हटा लिया गया है।
सूरत। गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन के मुखिया हार्दिक पटेल की रिहाई को लेकर किए जा रहे आंदोलन के हिंसक होने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। इस बीच खबर है कि सूरत में एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। युवक की पहचान 27 वर्षीय भाविन मनसूख खुंट के रूप में हुई है। कहा जा रहा है कि युवक ने यह कदम पटेल आरक्षण आंदोलन को समर्थन देते हुए उठाया है।
जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने से पहले युवक ने कहा भी था कि वो यह कदम पटेल आंदोलन को एकजुट करने के लिए उठा रहा है। युवक के इस कदम को लेकर पटेल समाज में दुख व्याप्त है और समाज के लोग इस मुद्दे का तुरंत समाधान चाहते हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार ने अपना रूख स्पष्ट करते हुए कहा है कि वो बातचीत के लिए तैयार है।
इससे पहले गुजरात में रविवार को पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा के बाद मेहसाणा शहर में लगा कर्फ्यू सोमवार सुबह हटा लिया गया है। हालांकि पूरे शहर छावनी में तब्दील है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात हैं और हालात पर नजर रखी जा रही है। रविवार के घटनाक्रम के विरोध में सोमवार को गुजरात बंद का आह्वान किया गया है। हालांकि बंद का खास असर अब तक नजर नहीं आया है।
मेहसाणा में धारा 144 हटने के बाद लोग सामान्य रूप से आ-जा रहे हैं। हालांकि कहीं-कहीं इंटरनेट सेवा पर लगा प्रतिबंध जारी है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर मेहसाणा से एक हजार आंदोलनकारियों को मेहसाणा और पांच सौ आंदोलनकारियों को सूरत से हिरासत में ले लिया है।
आज गुजरात बंद का आह्वान
एसपीजी व हार्दिक पटेल के नेतृत्व वाले पाटीदार अनामत आंदोलन (पास) ने सोमवार को गुजरात बंद का आह्वान किया है। इसे देखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। राजनाथ ने की आनंदीबेन से बातगृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकार दी।
मंत्री, सांसद के घर पथराव
इससे पहले रविवार को मेहसाणा में भाजपा सांसद जयश्री पटेल के दफ्तर में भीड़ ने तोड़फोड़ की और कैबिनेट मंत्री नितिन पटेल के कार्यालय पर पथराव किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मेहसाणा में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
कलेक्टर लोचन सेहरा ने बताया भारतीय खाद्य निगम के एक गोदाम व जिला कार्यालय के एक दफ्तर में आग लगा दी गई। कुछ बसें व अन्य वाहन भी फूंक दिए गए। पांच पुलिसकर्मी, दो अफसर व 25 कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
अहमदाबाद तक फैली आग
मेहसाणा की घटना के बाद अहमदाबाद व सूरत में भी सैकड़ों पाटीदार युवक सड़कों पर उतर आए। अहमदाबाद में मेट्रो ट्रेन के बोर्ड आदि तोड़ दिए। सूरत पुलिस आयुक्त आशीष भाटिया ने बताया कि पथराव वे अन्य आरोपों में 500 पाटीदार युवकों की धरपकड़ की गई है। सूरत में भी बंद को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है।
आंदोलन चलते रहते हैं : आनंदी बेन
पाटीदारों के प्रदर्शन जैसे आंदोलन चलते रहते हैं। सरकार का काम सेवा करना है। -आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री गुजरात