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शहीद कांस्टेबल के परिवार को स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी ने दान की पेंशन

पाटीदार आंदोलन की हिंसा में शहीद हुए कांस्टेबल दिलीप राठवा के परिवार को स्वतंत्रता सेनानी नरोत्तम पटेल की पत्नी धनुबेन (90) ने अपनी एक माह की पेंशन आर्थिक सहायता के रूप में दी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2015 03:43 AM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2015 03:47 AM (IST)
शहीद कांस्टेबल के परिवार को स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी ने दान की पेंशन

सूरत। पाटीदार आंदोलन की हिंसा में शहीद हुए कांस्टेबल दिलीप राठवा के परिवार को स्वतंत्रता सेनानी नरोत्तम पटेल की पत्नी धनुबेन (90) ने अपनी एक माह की पेंशन आर्थिक सहायता के रूप में दी। वहीं, राज्य के सत्रह हजार पुलिसकर्मियों ने एक दिन का वेतन देने का निर्णय किया है।

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पुलिस कमिश्नर खुद पहुंचे घर

धनुबेन ने जब कांस्टेलब के परिवार की आर्थिक मदद के लिए अपनी एक महीने की पेंशन देने की बात कहीं तो पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना भावुक हो उठे और उन्होंने खुद ही धनुबेन के घर पहुंचे। धनुबेन ने 21 हजार रुपए उन्हें सौंपे। अस्थाना ने शॉल ओढ़ाकर धनुबेन का स्वागत किया।

मोटी वेड गांव में नवा मोहलला निवासी दीपक पटेल ने बताया कि उनके पिता नरोत्तम पटेल स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के साथ साबरमती आश्रम में रहते थे। वह 1942 में स्वराज आंदोलन के दौरान गांधीजी के साथ जेल गए थे। वर्ष 2007 में उनका देहांत हो गया। उनके परिजन ने समाचार पत्रों में दिलीप राठवा के बारे में पढ़ा और धनुबेन ने अपनी एक माह की पेंशन (20, 800 रुपए) राठवा के परिवार को देने का फैसला किया।

शहीद राठवा को नहीं मिल सकती सरकारी मदद

आंदोलन के दौरान हिंसा में शहीद हुए कांस्टेल दिलीप राठवा को पुलिस में चार साल का कार्यकाल भी नहीं हुआ था। इसी के चलते उनके परिवार को सरकारी सहायता नहीं मिल सकती। इसीलिए उनके परिवार की आर्थिक मदद के लिए अब शहरवासी आगे आए हैं।


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