संजीव भट्ट से बेटे ने कहा- 'पापा, आपको सलाम, लेकिन संघर्ष खत्म नहीं हुआ'
गुजरात के चर्चित आइपीएस अधिकारी रहे संजीव भट्ट की बर्खास्तगी की खबर के दूसरे दिन भले ही देश में कोई राजनीतिक हलचल नहीं हुई, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में लोग उमड़ पड़े हैं। उप्र के निलंबित आइपीएस अमिताभ ठाकुर भी उनके बचाव में आगे आए। उधर, इस मुश्किल घड़ी
नई दिल्ली। गुजरात के चर्चित आइपीएस अधिकारी रहे संजीव भट्ट की बर्खास्तगी की खबर के दूसरे दिन भले ही देश में कोई राजनीतिक हलचल नहीं हुई, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में लोग उमड़ पड़े हैं। उप्र के निलंबित आइपीएस अमिताभ ठाकुर भी उनके बचाव में आगे आए।
उधर, इस मुश्किल घड़ी में लंदन में पढ़ाई कर रहे बेटे शांतनू ने पिता को एक भावुक खत लिखा है। संजीव ने इस चिट्ठी को अपने फेसबुक पेज पर यह लिखते हुए साझा किया है, 'श्वेता और मैं इतने प्यार करने वाले बेटे के होने पर बेहद गर्व महसूस करते हैं।'
पढ़ें इस खत को-
भारत के लिए यह बहुत दुःखद दिन है। देश एक बुद्धिमान, साहसी व ईमानदार पुलिस अधिकारी की सेवाओं से वंचित हो गया। पापा, मैं आपको सलाम करता हूं, धन्यवाद देता हूं।
चूंकि मैं इस देश का शिक्षित, जागरूक व जिम्मेदार नागरिक हूं, इसलिए जानता हूं कि आपने हर सही काम यह सोचे बिना किया कि उसका आप पर और भारतीय पुलिस सेवा के अफसर (आइपीएस) के रूप में आपके कॅरियर पर क्या होने वाला है। मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आपने उन लोगों की मदद की, जिनकी बात और विरोध को बहरे कान सुन नहीं पाते। मैं आज आपसे कहना चाहता हूं कि आप सुसज्जित व खतरनाक सिस्टम से पूरे साहस से संघर्ष कर रहे हैं, इसका मुझे गर्व है, लेकिन संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है। यह सिर्फ और गंदा व खतरनाक हुआ है।
इस सिस्टम के खिलाफ आप 14 साल पहले यानि 2002 से लड़ रहे हो। आप उसी साहस व जज्बे तथा निर्भीकता से उसका मुकाबला कर रहे हो, जो 27 साल पहले आपने आइपीएस में प्रवेश करते वक्त दिखाया था। तब भी आप ऐसे संघर्ष के लिए तैयार हुए थे, जबकि भारतीय गणराज्य की सबसे घातक सरकार सत्ता में थी। एक परिवार के रूप में हम हमेशा आपके साथ खड़े हैं, आपका समर्थन कर रहे हैं और करते रहेंगे। जो पथभ्रष्ट लोग इस सरकार को चला रहे हैं, वे अब और भी कड़ाई से हमारे परिवार को अस्थिर करने की कोशिश कर सकते हैं। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि एक परिवार के रूप में हमारा प्यार, विश्वास व आदर कभी खत्म नहीं होगा।
आपको और हमें बांटने के निरंतर किए जाने वाले प्रयास निश्चित रूप से बेकार जाएंगे। ये प्रयास हमें और भी मजबूत बनाएंगे और आपके संघर्ष में हमें सहभागी बनने का हौसला देंगे। अंत में मैं आपको बधाई देता हूं कि आपने दुश्मनों की तरह बर्ताव करने वाली इस सरकार से आजादी पा ली है। यह वह सरकार है जो अपने खिलाफ बोलने वाले व सच के लिए संघर्ष करने वाले हर व्यक्ति को खत्म करना चाहती है। जिंदगी के इस नए अध्याय में आपको शुभकामना देता हूं कि आप वह सब कुछ कर सकें, हर वह चीज हासिल कर सकें जो आपको खुश और संतुष्ट करे। एक परिवार के रूप में हम हमेशा आपके साथ-आपके पीछे खड़े होंगे। आप जो भी फैसला लोगे, उसमें हम साथ होंगे। आपको बहुत-बहुत प्यार, प्रणाम शांतनु भट्ट (आपका बेहद प्यारा बेटा)
बर्खास्तगी के बाद भट्ट के अल्फाज... कोई मुझे नौकरी देगा...?
1. 'भारतीय पुलिस सेवा में 27 साल तक काम करने के बाद निर्णायक तौर पर मुझे निकाल दिया गया। एक बार फिर नौकरी के योग्य हूं। कोई है मुझे नौकरी देने वाला? फैसले को चुनौती नहीं दूंगा...
2. 'अगर सरकार नहीं चाहती कि मैं उसके लिए काम करूं, तो मैं खुद को नौकरी से निकाले जाने के इस सरकारी फैसले को चुनौती नहीं दूंगा।'