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डायमंड बिजनेस में मंदी ने ली दो और की जान

हीरा क्षेत्र में मंदी ने शुक्रवार को दो और लोगों की जान ले ली। वराछा क्षेत्र में हीरा दलाल ने फांसी लगाकर तो कतारगाम में जहर पीकर आत्महत्या कर ली। इसके पीछे का कारण हीरा व्यवसाय में आई मंदी है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2015 03:41 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jul 2015 03:45 AM (IST)
डायमंड बिजनेस में मंदी ने ली दो और की जान

सूरत। हीरा क्षेत्र में मंदी ने शुक्रवार को दो और लोगों की जान ले ली। वराछा क्षेत्र में हीरा दलाल ने फांसी लगाकर तो कतारगाम में जहर पीकर आत्महत्या कर ली। इसके पीछे का कारण हीरा व्यवसाय में आई मंदी है। मंदी की वजह से हजारों बेरोजगार और कर्जदार हो चुके हैं। इसी के चलते अब लोग आत्महत्या कर रहे हैं। आत्महत्या करने वालों का आंकड़ा अब 6 तक पहुंच चुका है।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार वराछा वर्षा सोसायटी में सुएज ट्रीटमेंट प्लांट के पास रहने वाले नरसिंह हीरपरा (55) ने अपने घर की गैलरी में शुक्रवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उसने डायमंड बिजनेस में आई मंदी का जिक्र किया है। उसने लिखा है, मैंने एक पार्टी को आठ-नौ महीने कुछ हीरे पहुंचाए थे, जिसकी कीमत 8 लाख रुपए के करीब है। लेकिन मंदी के कारण पार्टी पैसा नहीं दे रही है, वहीं हीरा व्यापारी पैसों के लिए मुझ पर लगातार दबाव बना रहा है। मैं इससे तंग आ चुका हैं और मेरे पास अब आत्महत्या करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है।

दूसरी ओर, कतारगाम गोटालावाडी टेनामेंट निवासी ईश्वर जयकिशन राणा (66) ने गुरुवार शाम को जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। उसे स्मीमेर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। राणा एक हीरा कारखाने में कारीगर था, लेकिन कारखाना बंद हो जाने के कारण पिछले तीन महीनों से बेरोजगार था। घर में खाने के लाले पड़ गए थे और पत्नी, बेटे को लेकर मायके चली गई थी।


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