मोदी से प्रभावित होकर अमेरिका से आए और गांव में कर दिया उजाला
सूरत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आदर्श गांव' और 'स्वच्छता अभियान' की गूंज अब देश ही नहीं, विदेशों
सूरत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आदर्श गांव' और 'स्वच्छता अभियान' की गूंज अब देश ही नहीं, विदेशों में भी सुनाई देने लगी है। अमेरिका में रहने वाले एक एनआरआई मोदी के स्वच्छता अभियान से इतने प्रभावित हुए कि वे अमेरिका से अपने गांव सिर्फ इसीलिए आए कि गांव को आदर्श गांव बना सकें।
सूरत जिले और कामरेज तहसील के दिगस गांव में जन्मे सुरेशभाई देसाई अब अमेरिका में स्थायी हो चुके हैं। हालांकि वे प्रतिवर्ष गांव आते रहते थे। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की यात्रा की और वहां रहने वाले भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने भारत स्वच्छता अभियान की भी चर्चा की थी और भारतीयों से अपील की थी वे भी इस अभियान में अपना योगदान दें।
मोदी की इस बात का सुरेशभाई पर इतना असर हुआ कि उन्होंने उसी समय अपने गांव दिगस को आदर्श गांव बनाने का फैसला कर लिया और कुछ समय बाद ही गांव आ पहुंचे। सुरेशभाई ने गांव में साफ-सफाई के लिए लोगों को प्रेरित करने की भी कोशिश की, लेकिन शुरुआत में उन्हें किसी का सहयोग नहीं मिला। इसलिए उन्होंने अकेले इस अभियान को आगे बढ़ाने का फैसला कर लिया। हाथों में झाड़ू उठाकर खुद ही साफ-सफाई करने लगे। जब यह दृश्य और लोगों ने देखा तो उनके अभियान में वे जुड़ते चले गए। और इसका नतीजा यह हुआ कि कभी गंदगी से भरा दिखाई देने वाला दिगस गांव आज चमचमाता हुआ नजर आने लगा है।