बोनस में कार, घर बांटने वाले ने 169 रुपए से शुरू की थी नौकरी
सूरत। अपने कर्मचारियों को दिवाली के मौके पर बोनस के तौर पर कार, गहने और घर जैसे उपहार देने वाली कंपन
सूरत। अपने कर्मचारियों को दिवाली के मौके पर बोनस के तौर पर कार, गहने और घर जैसे उपहार देने वाली कंपनी हरिकृष्णा एक्सपोर्ट्स और उसके मालिक सव्जी ढोलकिया की कहानी बेहद दिलचस्प है।1978 में धोलकिया ने जब काम शुरू किया तो उनका मासिक वेतन 169 रुपए था, जबकि आज उनकी कंपनी की नेटवैल्यू 6 हजार करोड़ रुपए है।
ढोलकिया सव्जी काका के नाम से मशहूर हैं। वह गुजरात के अमरेली जिले के दुधाला गांव के रहने वाले हैं। हरिकृष्णा एक्सपोर्ट्स में काम करने वाले एक कर्मचारी का कहना है कि ढोलकिया 1978 में डायमंड पॉलिशर के तौर पर काम करने सूरत आए थे। उन्होंने वहां एक पॉलिशर के अलावा ब्रोकर के तौर पर भी काम किया। उन दिनों ढोलकिया मोपेड से चलते थे। मुफलिसी के शिकार ढोलकिया अपने चाचा के पास गए और छोटे स्तर पर हीरों का व्यापार करने के लिए उनसे कुछ रकम उधार लिया। सालों के संघर्ष के बाद 1992 में उन्होंने हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स की स्थापना की।
तीन साल से बांट रहे हैं गिफ्ट
इस तरह के गिफ्ट देने का आइडिया ढोलकिया को तीन साल पहले आया था। उस वक्त उन्होंने 10 लोगों को इनाम के तौर पर कार दी गई थी। अगली बार उन्होंने 100 को इनाम दिया।
इस बार 1321 लोग इस इनाम को पाने के हकदार हैं। सव्जी ढोलकिया के मुताबिक, उनकी कंपनी में काम करने वाले कारीगरों और इंजीनियरों की औसत मासिक सैलरी 1 लाख रुपए है।