सांई पूजन विवाद गणेशोत्सव पर भी दिखेगा
सूरत। द्वारका-शारदापीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के सांई पूजन पर आपत्तिसे उठे विवाद का असर आगामी गणेशोत्सव पर भी दिखेगा। दरअसल, विवाद से परे यहां के कई गणेश पंडाल गजानन की सांईबाबा की छटा वाली प्रतिमा तैयार करवा रहे हैं। ये प्रतिमाएं सांई बाबा स्वरूप गणपति की होंगी। ऐसी प्रतिमाएं तैयार करने के ऑर्डर अभी से दिए जा रहे हैं। सूरत में नौ हजार सार्वजनिक गणेश पंडाल सजते हैं।
सांईमंदिर सा पंडाल
सूरतके नानपुरा क्षेत्र के एक गणेश आयोजक मंडल ने शिरडी के सांईबाबा मंदिर की प्रतिकृति जैसा पंडाल तैयार करने का फैसला किया है। जहां सांई बाबा की चरण पादुकाएं एवं सिंहासन को भी जगह दी जाएगी। मूर्ति तैयार करने वाले कलाकारों को सांई स्वरूप गौरीपुत्र की प्रतिमाएं बनाने के ऑर्डर हर वर्ष की भांति मिल रहे हैं।
फाइबर के गणेश भी लोकप्रिय
गणेशजी की फाइबर की प्रतिमाओं की मांग भी बढ़ रही है। वजह, इनका भार भी कम होता है। किराए पर भी मिल जाती हैं। मिट्टी से तैयार प्रतिमा 1100 से 1300 किलोग्राम की होती है। फाइबर की प्रतिमा का भार 170 से 200 किलोग्राम के बीच रहता है।