नारायण साई को भेजा गया जेल
सूरत, जागरण संवाददाता। चौदह दिनों तक रिमांड में रहकर पुलिस के हजारों सवालों का जवाब देने के बाद नारायण साई गुरुवार को न्यायिक हिरासत में यहां जेल में पहुंच गया है। इससे पहले उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अब उसे अगले साल दो जनवरी को अदालत में पेश किया जाएगा।
पुलिस ने बलात्कार के आरोपी नारायण के गुनाहों का लेखाजोखा तैयार कर लिया है। इनमें बलात्कार के आरोपों से लेकर फरारी के दौरान कहाँ-कहाँ छुपा था? उसे कौन-कौन मदद कर रहा था? जैसे तमाम सवालों के जवाब हैं। अन्य लड़कियों से अवैध संबंध से लेकर अरबों की संपत्तिऔर हवाला कारोबार से जुड़े मामले में पूछताछ की गई है।
पंजाब के पीपली गांव से गिरफ़्तारी के बाद नारायण को पहले पांच दिन, फिर दो दिन उसके बाद छह दिन और फिर एक दिन का पुलिस रिमांड पर भेजा गया था। चौदह दिनों की रिमांड अवधि पूरी होने से पहले नारायण पर 13 करोड़ के डील के मामला में शामिल रहने का आरोप लगा है। ऐसे में नारायण को सूरत पुलिस एक बार फिर से कोर्ट से इजाजत लेकर रिमांड हासिल करेगी।
पूर्व चालकने मांगी सुरक्षा
अहमदाबाद। किशोरी के यौन शोषण के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम व सूरत जेल में बंद उनके बेटे नारायण साई के पूर्व चालक ने गुजरात पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी है।
चालक सतीश वाघवाणी ने डीजीपी पी सी ठाकुर को पत्र लिखकर बताया है कि आसाराम व नारायण के खिलाफ गवाही देने पर उनके समर्थक जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वाघवाणी ने खुद व परिवार की पूरी सुरक्षा देने की मांग की है।
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