रुपाणी ने नोटबंदी विरोधियों को लिया आडे हाथ
महाराष्ट्र निकाय चुनावों की जीत ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बांछें खिला दी है। नोटबंदी के दबाव से मुक्त होकर अब भाजपा नेता कहने लगे हैं कि जनता ने भी नोटबंदी पर मुहर लगा दी है।
अहमदाबाद। महाराष्ट्र निकाय चुनावों की जीत ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बांछें खिला दी है। नोटबंदी के दबाव से मुक्त होकर अब भाजपा नेता कहने लगे हैं कि जनता ने भी नोटबंदी पर मुहर लगा दी है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस मुददे पर विरोधियों को आडे हाथ लिया है।
मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि नोटबंदी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले के बाद विरोधी जनता को गुमराह करने में लग गये थे। मुंबई महानगर पालिका में भाजपा को मिली जीत व 8 अन्य शहरों में बहुमत ने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले पर मुहर लगा दी है।
रुपाणी ने कहा कि गुजरात ने केन्द्र सरकार के स्वलच्छता अभियान, डिजीटल इंडिया, मेक इन इंडिया आदि अभियानों को प्राथमिकता से आगे बढाया है। अब कैशलेस धनांतरण व्यवस्था को भी अमली जामा पहनाने की दिशा में भरूच के जीएनएफसी टाउन को देश का पहला कैशलेस टाउन बनायेंगे। मुख्य सचिव जेएन सिंह ने कहा कि गुजरात के सवा सौ कस्बों को कैशलेस व्यवस्था से युक्त बनायेंगे इसके लिए सरकार व विविध संस्थाओं की मदद ली जायेगी।
अहमदाबाद। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के अहमदाबाद आने की भनक लगते ही पुलिस आयुक्त ने महानगर में धारा 144 लागू कर दी। रविवार को बापूनगर में शहीद पाटीदारों को श्रद्वांजलि देने का कार्यक्रम रखा गया है जिसके मंजूरी भी अभी तक नहीं दी गई है।
पाटीदार समाज में आरक्षण के प्रति जागरुकता के लिए हार्दिक गुजरात के विविध शहरों में अभियान चला रहे हैं, रोजाना दर्जनों गांव व शहरों में सभा, रैली, रोड शो जैसे कार्यक्रम कर रहे हैं। महिला पुरुष व युवाओं की उनकी सभा में खूब भीड उमड रही है। सरकार व प्रशासन को उम्मीवद थी कि हार्दिक के 6 माह बाहर रहने केबाद आरक्षण आंदोलन समाप्तप हो जायेगा लेकिन एक बार फिर आंदोलन उफान पर है। शुक्रवार को पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के सौराष्ट्र संयोजक ललित वसोया सहित आधा दर्जन युवकों पर एक ओर एफआईआर दाखिल की गई लेकिन उसके बाद भी भावनगर व कई गांवों में हार्दिक की सभा में सैकडों लोग उमडे, भावनगर की ही जेसर तहसील में हुए कार्यक्रम में 50 ट्रेक्टेरों में बैठकर महिलाएं सभा में पहुंची जिससे आंदोलन करने वालों का उत्साह बढ गया है। आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गये युवकों को रविवार को अहमदाबाद में श्रद्वांजलि समारोह रखा गया है जिसमें हार्दिक के आने की खबर सुनकर पुलिस आयुक्तं ने 25 फरवरी से 31 मार्च तक धारा 144 लगा दी है।