संघ की शाखा में महिलाओं पर टिप्पणी कर फंसे राहुल
संघ पर राहुल की टिप्पणी के जवाब में गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने कहा कि कांग्रेस का स्वभाव ही ऐसा है। राहुल महिलाओं के कपड़ों पर ही नजर रखते हैं।
अहमदाबाद, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर अपनी एक और टिप्पणी के कारण विवाद में घिर गए हैं। उन्होंने एक संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में महिला सदस्यों के नहीं होने का मुद्दा उठाया जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने पलटवार किया। राहुल गांधी ने पूछा, संघ की शाखा में कभी महिलाओं को हाफ पैंट पहनकर जाते देखा है तो इसके जवाब में आनंदीबेन ने उनके संस्कारों पर ही सवाल उठा दिए।
राहुल मंगलवार को वडोदरा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों से संवाद कर रहे थे। एक छात्रा के सवाल पर राहुल ने वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि संघ और भाजपा की सोच ही ऐसी है कि महिला चुप रहे तब तक ठीक है, बोले तो चुप करा दो। उन्होंने पूछा, आपने कभी संघ की शाखा में महिलाओं को शार्ट पहनकर जाते देखा है, मैंने तो नहीं देखा। राहुल यहीं नहीं रुके।
उन्होंने कहा, संघ की नजर में महिलाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। संघ में एक भी महिला सदस्य नहीं हैं। इसी के साथ डभोई में आंगनवाड़ी व आशावर्कर महिलाओं से चर्चा करते हुए राहुल ने कहा, कांग्रेस शासित राज्य पंजाब व पुडुचेरी में आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलाओं को गुजरात से अधिक वेतन दिया जाता है।
संघ पर राहुल की टिप्पणी के जवाब में गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने कहा कि कांग्रेस का स्वभाव ही ऐसा है। राहुल महिलाओं के कपड़ों पर ही नजर रखते हैं। आनंदीबेन ने राहुल से अपने शब्द वापस लेकर गुजरात की महिलाओं से माफी मांगने को कहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात कि महिलाएं संस्कारी व लघु उद्यम करने वाली
हैं, स्वाभिमान से जीती हैं। राहुल ने ऐसी टिप्पणी कर उनका अपमान किया है। राहुल माफी नहीं मांगेंगे तो महिलाएं एकजुट होंगी और कांग्रेस बची-खुची सीटें भी खो देगी।
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