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उत्तर गुजरात में बारिश से 72 की मौत हजारों लोग व मवेशी फंसे

राज्य के 125 गांव बिजली से कट गये जबकि सैकडोंं गांवों की परिवहन सेवा बाधित हुई है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 25 Jul 2017 02:30 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jul 2017 02:30 PM (IST)
उत्तर गुजरात में बारिश से 72 की मौत हजारों लोग व मवेशी फंसे
उत्तर गुजरात में बारिश से 72 की मौत हजारों लोग व मवेशी फंसे

अहमदाबाद, शत्रुघन शर्मा। गुजरात के सौराष्ट्र व दक्षिणी इलाकों में बाढ के हालात के बीच पश्चिमी राजस्थान में हुई जोरदार बरसात से उत्तर गुजरात में हालात बेकाबू हो गए हैं। राज्य में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। 12 इंच बारिश व रेल नदी के उफनने से डीसा व धानेरा में सैकडों लोग व पशु फंस गए हैं। बीएसएफ, सेना, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड के साथ वायुसेना भी राहत व बचाव कार्य में जुटे हैं। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी हेलीकॉप्टर में फूड पैकेट लेकर राहत कार्यों का जायजा लेने पहुंचे। 

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मौसम विभाग के अनुसार उत्तर गुजरात में अगले दो दिन भारी बरसात की आशंका है, राजस्थान केजोधपुर, सिरोही व उदयपुर में 10 से 12 इंच बरसात के चलते उत्तर गुजरात के सैकडों गांव पानी में पानी भर गया। डीसा में 12 इंच व माउन्ट आबू में 16 इंच बरसात के चलते उत्तर गुजरात की बनास, रेल नदी व कई नाले उफान पर हैं। केबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह चूडास्मा ने बताया कि भारी बारिशद्म्त के अलर्ट के चलते जान माल की हानि को कम किया जा सका है, प्रशासन हालात से निपटने में पूरी तरह सक्षम है, बीएसएफ सेना के साथ वायूसेना भी बचाव कार्य में जुटी है। एकहेलीकॉप्टर राजस्थान से भी मंगाया गया है। 

स्वास्थ्य राज्यमंत्री शंकरभाई चौधरी ने बताया किप्रदेश का एक नेशनल हाइवे तथा 24 स्टेट हाइवे बंद कर दिए गए हैं। सोमवार सुबह सौराष्ट्र के एक ही गांव से तीन सगर्भा महिलाओं को रेस्क्यू किया गया। डीसा व धानेरा में सोमवार सुबह से राहत कार्य शुरु कर दिए हैं, सैकडों लोगाो को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया है। चौधरी सोमवार सुबह ही डीसा, धानेरा इलाके में पहुंचकर राहत बचाव कार्य में जुट गए थे। उन्होंने कहा समानांतर तीन नदियों के उफनने व गत वर्षों की अपेक्षा भारी वर्षा के चलते इलाके में जलाप्वन के हालात हो गए। 

राजस्व सचिव पंकज कुमार ने बताया कि राहत व बचाव कार्य के लिए वायूसेना के 2 हेलीकॉप्टर बीएसएफ व सेना के 200 जवान तथा एनडी आरएफ की 12 टीमें गुजरात के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कार्यरत है। राज्य के 125 गांव बिजली से कट गये जबकि सैकडोंं गांवों की परिवहन सेवा बाधित हुई है। राज्य में अब तक मानसून की औसत 60 फीसदी बारिश हो चुकी है। स्टेट इमर्जेंसी कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत है, सुबह सीएम रुपाणी ने खुद यहां आकर राज्य के हालात का जायजा लिया तथा आपदा प्रबंधन व राहत बचाव के काम में जुटी एजेंसियों के अधिकारियों से चर्चा की। डीसा के कांग्रेस विधायक का आरोप है कि चेतावनी के बाद भी लोगों के जान माल की रक्ष नहीं हुई, गांवों में सैकडों लोग व हजारों मवेशी बाढ़ के पानी में फंस गए हैं। 

गुजरात सरकार ने राज्य में बाढ व अनाव्रष्टी के हालात के चलते नर्मदा यात्रा को टाल दिया है, अब यह यात्रा अगस्त में निकाली जाऐगी। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल व भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी राज्य के10 हजार गांवों में नर्मदा यात्रा निकालने वाले थे। केन्द्र सरकार व सुप्रीम कोर्ट से नर्मदा बांध को पूरी 138,5 मीटर की ऊंचाई तक ले जाने की मंजूरी के खुशी में यह यात्रा निकाली जाने वाली थी। साथ ही अहमदाबाद को वल्र्ड हेरीटेज का दर्जा मिलने पर आयोजित होने वाले हेरीटेज महोत्सव का आयोजन भी अब 6 अगस्त से होगा। 

मुख्यमंत्री रुपाणी अपने साथ 50 हजार फूड पैकेट्स लेकर गए हैं जिन्हें बनासकांठा के धानेरा, डीसा आदि इलाकों में बाढ से प्रभावित परिवारों को बांटे जाऐंगे। फूड पैकेट अंबाजी मंदिर, उऊंझा माता मंदिर व स्वामीनारायण मंदिर व अन्य सामाजिक संस्थाओं की ओर से तैयार किए गए हैं। रूपाणी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के हालात के पल पल की जानकारी ले रहे हैं, राज्य सरकार पीएमओ को राज्य में बाढ के हालात, राहत व बचाव कार्य आदि की सूचना लगातार भेज रही है। 


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