हार्दिक पटेल नहीं लडेंगे विस चुनाव
पाटीदार, दलित व ओबीसी आंदोलन के चलते गुजरात में आगामी विधानसभा काफी रोचक होगा। हार्दिक पटेल का चुनाव लडने का कोई इरादा नहीं है।
अहमदाबाद। पाटीदार, दलित व ओबीसी आंदोलन के चलते गुजरात में आगामी विधानसभा काफी रोचक होगा साथ ही नए दलों की दस्तसक ने इसे ओर रोचक बना दिया है। पाटीदार आंदोलन से जुडे चिराग पटेल व रेशमा पटेल ने भी चुनावी राजनीति में जाने का ऐलान कर दिया है। हालांकि पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं।
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गुजरात में अब तक भाजपा व कांग्रेस ही चुनाव लडते आए हैं लेकिन पिछले कुछ चुनावों में एनसीपी व जनता दल यू भी अपनी उपस्थिभति दर्ज कराता रहा है। चूंकि दोनों दलों ने अगला चुनाव मिलकर लडने का ऐलान कर दिया है तथा बिहार के सीएम नीतीश कुमार व एनसीपी प्रमुख शरद पंवार चुनाव प्रचार भी करने आने वाले हैं ऐसे में गुजरात में भी कई संगठन राजनीतिक दल के रूप में मैदान में आने के लिए खम ठोक रहे हैं।
पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति से जुडे दो दमदार पाटीदार नेता चिराग पटेल व रेशमा पटेल भी चुनावी राजनीति का ऐलान कर चुके हैं। हार्दिक पटेल से अनबन के बाद चिराग को पाटीदार समिति से हटा दिया गया था लेकिन रेशमा अभी भी पास की महिला शाखा की संयोजक हैं।
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चिराग व केतन पटेल जहां अगले सप्ताह नई पार्टी बनाने की बात कह रहे हैं वहीं रेशमा का कहना है कि जब 18 वर्ष का नागरिक सरकार चुनता है तो वह भी एक तरह की राजनीति ही होती है चूंकि किसी एक दल को चुनना होता है। रेशमा बताती हैं कि नया दल बनाए या नहीं लेकिन चुनावी राजनीति में जरुर शिरकत करेंगी।
गौरतलब है कि हार्दिक पटेल सक्रिय राजनीति से इनकार करते आ रहे हैं, उनका चुनाव लडने का भी कोई इरादा नहीं है, हालांकि हार्दिक दिंसबर 2017 तक चुनाव लडने के लिए निधोरित उम्र की योग्यता को भी पूरा नहीं करते हैं। जबकि आम आदमी पार्टी व शिवसेना हार्दिक को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चेहरा तक घोषित कर चुके हैं।