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हार्दिक कर सकते हैं कांग्रेस का प्रचार

भाजपा सरकार से नाराज पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल चुनाव में कांग्रेस के समर्थन में प्रचार करेंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 14 May 2017 04:07 AM (IST)Updated: Sun, 14 May 2017 04:07 AM (IST)
हार्दिक कर सकते हैं कांग्रेस का प्रचार
हार्दिक कर सकते हैं कांग्रेस का प्रचार

अहमदाबाद [ शत्रुघ्न शर्मा ]। गुजरात में भाजपा सरकार से नाराज पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस से पूछा है कि उनके सत्ता में आने पर पाटीदारों को क्या मिलेगा। कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने भी लगे हाथ पाटीदारों की मांगों को लेकर सकारात्मक रुख जताया। आंदोलन समिति में कुछ नेताओं को लेकर फूट नजर आई लेकिन चर्चा है कि हार्दिक अगले चुनाव में कांग्रेस के समर्थन में प्रचार करेंगे।

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 आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति पास के संयोजक हार्दिक पटेल ने पत्ते खोलना शुरु कर दिया है, उन्होंने अपने खास दिनेश बामणिया, मनोज पनारा तथा वरुण पटेल को कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी के पास भेजकर कुछ सवाल पूछे जिसमें कांग्रेस के सत्ता में आने पर पाटीदारों को आरक्षण, आंदोलन के दौरान मारे गए 14 युवकों के परिजनों को मुआवजा व सरकारी नौकरी, पाटीदार आयोग की रचना तथा पाटीदारों के दमन के दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दिलाना शामिल है। चर्चा है कि हार्दिक चुनावों के दौरान कांग्रेस के समर्थन में प्रचार करेंगे लेकिन इस पर खुद हार्दिक ने खुलासा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार का विरोध कर रहे हैं लेकिन किसी दल का समर्थन नहीं।

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 कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने पाटीदारों को लेकर सकारात्महक रुख जताते हुए कहा है कि वे इस मामले में नई दिल्लीे जाकर आलाकमान व कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद घोषणा करेंगे। पास में तीन नेताओं को खास तवज्जो देने पर पास महिला विंग की प्रमुख रेशमा पटेल ने कहा है कि हार्दिक को पास की कोर कमेटी व राजनीतिक दलों से मिलने के लिए बनी 3 सदस्यों की टीम भंग कर देनी चाहिए। आंदोलन समाज का है, 3 नेताओं के बजाए नई कोर कमेटी ही किन्हीं नेता व राजनीतिक दलों से चर्चा करे। रेशमा के खुले विरोध को पास में फूट के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले चिराग पटेल, केतन देसाई आदि भी हार्दिक का विरोध जता चुके हैं।

 हार्दिक ने भी पहले तो रेशमा व अन्य के सवालों पर पलटवार करते हुए कहा कि आंदोलन बिहार के सीएम नीतीश कुमार को मिलो तो आपत्ति, भाजपा नेताओं को मिलें तो आपत्ति, लोकतंत्र में विपक्ष के विचार भी जानना आवश्यक है। हार्दिक ने नरम रुख अपनाते हुए यह भी कहा कि हां अब कहीं भी तीन नहीं 21 पाटीदार ही मिलने जाएंगे तथा आंदोलन में शामिल सभी को फल मिले ऐसे प्रयास करेंगे।

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