आसाराम की वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी पर गुजरात सरकार ने मांगा समय
गुजरात सरकार ने सोमवार को गांधीनगर की एक अदालत से कहा कि उसे कथावाचक आसाराम बापू की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी के औचित्य को परखने के लिए और मोहलत की जरूरत है। आसाराम ने अपने खिलाफ दुष्कर्म के मामले की त्वरित सुनवाई की मांग की है।
अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने सोमवार को गांधीनगर की एक अदालत से कहा कि उसे कथावाचक आसाराम बापू की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी के औचित्य को परखने के लिए और मोहलत की जरूरत है। आसाराम ने अपने खिलाफ दुष्कर्म के मामले की त्वरित सुनवाई की मांग की है।
सरकार की ओर से पेश हुए विशेषष सरकारी वकील आरसी कोडेकर की दलील पर विचार करने के बाद अतिरिक्त सत्र जज आरए घोघरी ने मामले की सुनवाई दो नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी।
राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद आसाराम ने 15 अक्टूबर को गांधीनगर की अदालत को पत्र लिखकर अपने मामले की त्वरित सुनवाई की मांग की थी। उन पर यहां भी एक अन्य दुष्कर्म का मामला है।
सोमवार को बहस के दौरान कोडेकर ने अदालत से कहा कि त्वरित सुनवाई के लिए जोधपुर की जेल में वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा होनी चाहिए। यह सुविधा वहां है या नहीं, इसका पता करना होगा। इसके लिए उन्हें समय दिया जाए। उल्लेखनीय है कि आसाराम और उनके पुत्र नारायण साईं पर सूरत की दो बहनों ने यौन शोषषण का आरोप लगाया है।