सरकार का नोटबंदी पर फैसला गलत: सोलंकी
कांग्रेस के बूढे शेर पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी ने प्रधानमंत्री मोदी के नोटबंदी के फैसले को गलत बताया है।
अहमदाबाद। गुजरात की राजनीति से खुद को अलग कर लेने वाले पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जयंती समारोह में पहली बार सार्वजनिक मंच पर नजर आये। कांग्रेस के इस बूढे शेर ने प्रधानमंत्री मोदी के नोटबंदी के फैसले को गलत बताया है।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी के पिता पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। जून 1980 में अपनी खाम थियरी के चलते विधानसभा की 182 में से रिकार्ड 144 सीट जीतकर सोलंकी दूसरी बार सीएम बने थे। उसके बाद कोई भी दल या नेता उनके इस रिकार्ड की बराबरी नहीं कर पाया। सोलंकी अस्वस्थ होने के चलते लंबे समय से सक्रिय राजनीति से दूर हैं, गुजरात में कांग्रेस 1990 से ही सत्ता से बाहर है। पाटीदार, दलित व ओबीसी आंदोलन के चलते कांग्रेस की हालत पहले से बेहतर हुई है अब नोटबंदी को भी कांग्रेस अपने पक्ष में भुनाने का प्रयास कर रही है। सहकारी बैंकों के लेन देन पर प्रतिबंध को कांग्रेस ने किसान, मजदूर व गांव विरोधी बताते हुए प्रमुख जिलों में धरना, रैली व प्रदर्शन भी शुरू कर दिये हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में माधवसिंह सोलंकी कई वर्ष बाद सार्वजनिक मंच पर नजर आये। नोटबंदी के फैसले को जनविरोधी बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे जनता को परेशानी हो रही है। सरकार का यह फैसला गलत है। सोलंकी ने कहा कि देश में केवल कांग्रेस ही अच्छाै शासन दे सकती है। भाजपा को शासन करने का न अनुभव है और न ही योग्यता।
भरतसिंह सोलंकी ने भी केन्द्र को आडे हाथ लेते हुए कहा कि जनता का ध्यान महंगाई, बेकारी व सरकार की विफलता से हटाकर दूसरी ओर ले जाने के लिये ही नोटबंदी का फैसला किया गया। सोलंकी ने कहा कि सरकार ने रातों रात हजार व 500 के नोट बंद कर दिये जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर उनके दरवाजे गरीबों के लिये खोल दिये थे।