वाघेला सहित छह ने किया क्रॉस वोट एक एक वोट को तरसे अहमद पटेल
विधायकों के पार्टी छोडने तथा भाजपा की ओर से खरीद फरोख्त व धमकी देने के घटनाओं के बीच कांग्रेस अपने 44 विधायकों को बेंगलुरु के रिसोर्ट लेकर गई।
अहमदाबाद, शत्रुघन। कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल अपने ही ग्रह राज्य में राजनीतिक अस्तित्व का सामना कर रहे हैं, बेंगलुरु जाने वाले एक भी विधायक ने साथ छोड़ा तो उनका राज्यसभा पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। एनसीपी केएक तथा एक निर्दलीय विधायक ने पहले ही साथ छोड दिया है। वाघेला सहित तीन बागी कांग्रेस विधायकों ने पटेल को मत नहीं दिया है।
गांधीनगर स्वर्णिम संकुल में चल रह राज्यसभा चुनाव के शुरुआती दो घंटे में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला, उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल, पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल आदि ने मतदान किया। गुजरात के राज्यसभा चुनाव का परिणाम चंद घंटों बाद घोषित होने वाला है लेकिन वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला सहित तीन विधायक महेंन्द्रसिंह वाघेला, राघवजी पटेल व धमेन्द्रसिंह जाडेजा ने भाजपा उम्मीदवार बलवंतसिंह राजपूत का समर्थन किया है। एनसीपी के एक विधायक के भी भाजपा के खेमे में जाने की आशंका है जबकि जदयू विधायक ने विचारधारा के अनुसार मत देने की बात कहकर सस्पेंस बढा दिया है।
Gujarat #RajyaSabhaPolls: 61 BJP MLAs and 43 Congress MLAs have cast their votes so far.— ANI (@ANI_news) August 8, 2017
विधायकों के पार्टी छोडने तथा भाजपा की ओर से खरीद फरोख्त व धमकी देने के घटनाओं के बीच कांग्रेस अपने 44 विधायकों को बेंगलुरु के रिसोर्ट लेकर गई। करीब दस दिन वहां रोकने केबाद रक्षा बंधन से पहले गुजरात लाकर भी उन्हें घर नहीं जाने दिया तथा आणंद के एक रिसोर्ट में रखा। मतदान शुरु होने के बाद सभी विधायक आणंद से सीधे गांधीनगर पहुंचे। कांग्रेस प्रत्याश् अहमद पटेल के लिए एक एक वोट कीमती है इसलिए अब वह कोई कोताही नहीं बरत रही है, विधायकों को भ् कांग्रेस के विश्वस्त नेताओं के साऐ में गांधीनगर लागया गया ताकि विरोधी अंतिम समय में कोई दांव नहीं चल दे। हालांकि अहमद पटेल जीत का भरोसा जता रहे हैं लेकिन एक एक वोट को तरस गए हैं, वाघेला ने पहले उन्हें मत देने का वादा किया था लेकिन अब ये कहकर मुकर गए कि कांग्रेस ने उन्हें मंगलवार सुबह ही पार्टी से मुक्त कर दिया तथा पटटेल चुनाव हार रहे हैं इसलिए अपना मत बिगाडने का सववाल नहीं है, उन्होंने अपने अजीज अहमद भाई को वोट नहीं दिया। उनके पुत्र महेन्द्र सिंह वाघेला व दाोअन्य विधायक ने भी पार्टी व्हीप के उलट मतदान किया है।
कांग्रेस के बागी राघजी पटेल व धर्मेन्द्र सिंह जाडेजा ने भाजपा के पोलिंग एजेंट को दिखाकर मतदान किया जिस पर कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने ऐतराज जताया। कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग को से की है। शुरुआती दो घंटे में 65 वोट डाले गए जिसमें छह विधायकों ने क्रॉस वोट किया है इनमें वाघेला व उनके खेमे के विधायकों के साथ एक एनसीपी व एक जदयू विधायक शामिल है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व वाघेला का गणित सही रहा तो अहमद पटेल एक वोट से यह चुनाव हार सकते हैं। ऐन मौके पर एनसीपी जदयू व निर्दलीयय विधायक ही नहीं उनकी पार्टी के विधायक व वरिष्ठ नेता वाघेला ने भी अहमद पटेल का साथ छोड दिया जिससे अब एक एक वोट उनके लिए अहम हो गया है।