राज्यसभा चुनाव के लिए कांगे्रस नेता अहमद पटेल ने भरा नामांकन
राज्य से कुल 11 राज्यसभा सदस्यों में से तीन- स्मृति ईरानी और दिलीप भाई पंड्या और कांग्रेस के अहमद पटेल का कार्यकाल आगामी 18 अगस्त को खत्म हो रहा है।
अहमदाबाद। राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात का विपक्ष फिर एकजुट नजर आ रहा है, सांसद अहमद पटेल ने कांग्रेस की ओर से राज्यसभा का नामांकन भरा है। कांग्रेस, एनसीपी, जदयू के विधायक उनके साथ थे। पार्टी से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला ने भी पटेल को मत देने की घोषणा की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भाजपा से उम्मीदवारी कर सकते हैं जबकि स्मृति ईरानी इस बार मध्यप्रदेश से नामांकन भरेंगी।
Gandhinagar: Congress leader Ahmed Patel files nomination for Rajya Sabha election from #Gujarat. pic.twitter.com/scciBA37Ak
— ANI (@ANI_news) July 26, 2017
गुजरात से राज्यसभा की तीन सीट अगले माह खाली हो रही है जिनमें से एक पर राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने फिर उम्मीदवारी दर्ज करा दी है। विधानसभा अध्यक्ष डी एम पटेल के समक्ष उनहोंने नामांकन दाखिल किया, उनके साथ पार्टी अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी, पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत, एनसीपी प्रमुख जयंत पटेल, जदयू के अध्यक्ष छोटूभाई वसावा व नवनियुक्त नेता विपक्ष मोहनसिंह राठावा आदि नेता उनके साथ थे। वरिष्ठ नेता वाघेला ने भी अहमद पटेल को ही मतद देने का ऐलान किया है। पटेल ने नामांकन से पहले वाघेला से उनके निजी आवास पर जाकर मुलाकात की, नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक सबएकजुट हैं तथा उन्हें 55 से अधिक मत मिलेंगे। राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर उन्होंने कहा कि वहां गुप्त मतदान था लेकिन राज्यसभा चुनाव में ऐसा नहीं होगा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में 51 विधायकों ने शिरकत की थी, कुछ विधायक बरसात के कारण नहीं आ सके।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह गुजरात पहुंच चुके हैं, उनके भी गुजरात से राज्यसभा की दावेदारी पेश करने की चर्चा है। शाह अहमदाबाद के नारणपुरा से विधायक हैं, आगामी विधानसभा चुनाव अब शाह नहीं लडेंगे। शाह राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं। जबकि माना जा रहा है कि स्म्रति ईरानी इस बार राज्यसभा के लिए गुजरात से दावेदारी नहीं करेंगी। उनके स्थान पर किसी नए नेता की तलाश की जा रही है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा किसी स्थानीय कम्यूनिटी बेस नेता को राजयसभा भेज सकती है ताकि आगामी चुनाव में उसे भुनाया जा सके।
राठवा ने लिया वाघेला का स्थान
कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ विधायक व आदिवासी नेता मोहनसिंह राठवा को नेता विपक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप दी है। वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला के पार्टी छोडने के बाद यह पद रिक्त हो गया था। राठवा 1972 से विधानसभा के सदस्य हैं, अब तक 9 बार विधायक चुने गए हैं। आदिवासी बहुल पंचमहाल छोटाउदेपुर में उनकी अच्छी पकड है, आदिवासी वोट बैंक को आकर्षित करने में राठवा कांग्रेस के लिए तुरूप का इक्का साबित हो सकते हैं।
वाघेला का पलटवार
गुजरात कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत के वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला पर दिए बयान पर वाघेला ने जोरदार पलटवार किया है। वाघेला ने कहा हे कि कांग्रेस नेता अपनी जीभ पर लगाम रखें, ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करें जिससे किसी के मान सम्मान को ठेस पहुंचती हो। गांधीनगर सर्किट हाउस में पत्रकार सम्मेलन का आयोजन कर वाघेला ने गहलोत को चेताते हुए कहा कि उन्हें अपने शब्द वापस लेने चाहिए, गहलोत ने कहा था कि वाघेला कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद की दावेदारी करना चाहते थे, उनकी यह मांग कांग्रेस को स्वीकार्य नहीं थी। गहलोत के इसी बयान से वाघेला लाल पीले हो गए तथा पत्रकार सम्मेलन बुलाकर गहलोत से शब्द वापस लेने की मांग भी कर डाली।