गवाहों की हत्या के मामले में आसाराम की मुसीबतें बढ़ीं, बन सकते हैं आरोपी
दुष्कर्म मामले में जेल में बंद आसाराम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। शूटर कार्तिक की गिरफ्तारी के बाद अब आसाराम को गवाहों की हत्या करवाने के मामले में भी आरोपी बनाया जा सकता है। क्योंकि, कार्तिक ने यह खुलासा किया है कि गवाहों की हत्या के पहले वह दो
अहमदाबाद। दुष्कर्म मामले में जेल में बंद आसाराम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। शूटर कार्तिक की गिरफ्तारी के बाद अब आसाराम को गवाहों की हत्या करवाने के मामले में भी आरोपी बनाया जा सकता है। क्योंकि, कार्तिक ने यह खुलासा किया है कि गवाहों की हत्या के पहले वह दो बार आसाराम से मिला था।
कौन है कार्तिक-आसाराम के बीच की कड़ी?
कार्तिक ने अपने कबूलनामे में कहा है कि किसी भी गवाह की हत्या करने से पहले वह एक व्यक्ति से मिलता था। वह शख्स मुझसे कहता था.. ‘बापू ने इसे रास्ते से हटाने के लिए कहा है।’ कार्तिक ने इस शख्स का नाम क्राइम ब्रांच को बताया है, लेकिन उसे अरेस्ट करने के बाद ही उसके नाम का खुलासा किया जाएगा। कार्तिक-आसाराम के बीच इस कड़ी के अरेस्ट होने के बाद ही आसाराम के खिलाफ उसे आरोपी बनाया जा सकता है।
गौरतलब है कि आसाराम-नारायण साईं के खिलाफ गवाही देने वाले तीन शख्सों की हत्या की जा चुकी है। वहीं, अन्य गवाहों को धमकियां मिलने का सिलसिला जारी है। गवाहों को पुलिस संरक्षण दिया जा रहा है। एटीएस ने पिछले दिनों कार्तिक को छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर से अरेस्ट किया था।
विरोधियों पर हमलों से खुश होता था आसाराम...
- कार्तिक ने पुलिस की पूछताछ में बताया- "जब मैं गवाहों पर हमले करता था, तो आसाराम बेहद खुश हो जाते थे।"
- "मैंने आसाराम के बेहद करीबी रहे राजू चांडक पर भी हमला किया था। इस पर भी आसाराम काफी खुश हुए थे।" बता दें कि राजू ने आसाराम के खिलाफ 2 बच्चों की मौत के मामले में गवाही दी थी।
- "मैं आसाराम का विरोध कर रहे हर शख्स को खत्म कर देना चाहता था। इतना ही नहीं मैं हमले के बाद की सारी जानकारी आसाराम को देता था।"
- "एक बार आसाराम ने पूछा कि बदले में तुझे क्या चाहिए, तो मैंने कहा शादी करना चाहता हूं।"
- "तब आसाराम ने कहा था कि सामने बैठी हुई किसी भी साधिका को चुन लो।"
- "उसके बाद मैंने एक साधिका को पसंद किया और फिर मेरी शादी हो गई।"
कार्तिक को अरेस्ट करने के लिए पुलिस का सीक्रेट ऑपरेशन:
- रायपुर पुलिस के मुताबिक पश्चिम बंगाल का रहने वाला आरोपी कार्तिक दो साल से वॉन्टेड था।
- दो महीने पहले जनवरी की शुरुआत में कार्तिक ने पत्नी को रायपुर भेजा।
- उसने रायपुर के पास पहंदा गांव में किराए का मकान लिया।
- 7 दिन पहले यानी पिछले रविवार को छिपते-छिपाते कार्तिक भी यहां आकर अपनी पत्नी के साथ रहने लगा।
- उसे गांव में रंजित साहू के अलावा कोई नहीं पहचानता था। यहां छिपे रहने के दौरान वह घर के बाहर भी नहीं निकलता था।
- अहमदाबाद पुलिस के जासूस पहले से उसकी पत्नी की निगरानी कर रहे थे। उन्हें कार्तिक के आने की भनक लग गई।
- उसके बाद रायपुर पुलिस के साथ अहमदाबाद की टीम ने ऑपरेशन चलाकर शूटर को पकड़ा।