Move to Jagran APP

साइज को चुनौती

कमेडियन भारती सिंह, अभिनेत्री भूमि पेडनेकर इन युवा सेलेब्रिटीज में एक बात कॉमन है। प्लस साइज के बावजूद इन्होंने अपनी खास पहचान बनाई है। बहुत से शहरों में कई ऐसे युवा मिल जाएंगे, जो वजन अधिक होने के बावजूद समाज में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। बदलाव की

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 12 Sep 2015 12:42 PM (IST)Updated: Sat, 12 Sep 2015 12:45 PM (IST)
साइज को चुनौती
साइज को चुनौती

कमेडियन भारती सिंह, अभिनेत्री भूमि पेडनेकर इन युवा सेलेब्रिटीज में एक बात कॉमन है। प्लस साइज के बावजूद इन्होंने अपनी खास पहचान बनाई है। बहुत से शहरों में कई ऐसे युवा मिल जाएंगे, जो वजन अधिक होने के बावजूद समाज में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। बदलाव की इस बयार ने इन युवाओं की स्वीकृति बढ़ाई है...

loksabha election banner

दिनभर काउच पोटैटो की तरह बैठे रहना, पिज्जा-बर्गर खाना और टीवी के चैनल्स बदलना। ऐसे में वजन नहीं बढ़ेगा तो और क्या होगा? बल्की युवाओं को देखकर अक्सर इस तरह के जुमले उछाले जाते हैं, लेकिन क्या असल में ऐसा है? जरा 25 वर्षीया कोरियोग्राफर निशा की डायरी पर दर्ज उनकी दिनचर्या पर नजर डालिए-

5:30 बजे उठना

5:30 से 7:30 बजे तक एक्रोबेटिक योगा सेशन

7:30 बजे नाश्ता (फ्रूट सलाद, दूध और दलिया)

8:30 से 1:30 बजे तक डांस रिहर्सल

2:30 से 3:30 बजे तक लंच (दाल, चपाती, सब्जी, सलाद, रायता)

4:00 से 9:00 बजे तक डांस रिहर्सल

9:00 से 09:30 बजे तक वॉक

9:30 से 10:00 बजे तक डिनर (मिक्स्ड वेजीटेबल्स, चपाती, सलाद)

निशा की हाइट पांच फुट एक इंच और वजन 63 किलो है। वह रोजाना करीब दस घंटे डांस सिखाती हंै। फिट रहने के लिए किए जाने वाले उनके प्रयास भी उनका शेड्यूल बखूबी बयान कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों में अधिक वजन वाले युवाओं से संबंधित कई मिथक टूटे हैं। जहां इसकी सबसे बड़ी वजह समाज में आ रही जागरूकता है, वहीं इन युवाओं का आत्मविश्वास बढऩा और उनका खुद को बेहतर तरीके से पेश करना भी है। फिटनेस एक्सपर्ट सुखबीर सिंह कहते हैं, 'यूरोपीय देशों में ज्यादातर लोगों का वजन औसत से ज्यादा होता है, पर ऐसे लोग किसी मायने में स्लिम लोगों से कम आकर्षक नहीं लगते। अंतरराष्ट्रीय ग्लैमर जगत में भी कई प्लस साइज मॉडल्स और एक्टर्स ने खास जगह बनाई है। सूचना क्रांति के इस दौर में दुनिया की इन सभी हलचलों के बारे में लोगों को आसानी से जानकारी मिल जाती है। यही वजह है कि अब भारत में भी अधिक वजन वाले युवा तेजी से जगह बना रहे हैं।

कंफर्ट जोन का त्याग

वर्तमान में अधिक वजन वाले युवा खुद को स्लिम युवाओं से किसी मायने में कम नहीं समझते। फिल्म, टीवी, मॉडलिंग जैसे ग्लैमर प्रधान क्षेत्रों में उनकी 'प्रतिभागिता- पहले से कहीं अधिक बढ़ी है। फैशन ब्लॉगिंग में भी वे आगे आ रहे हैं। ऐसी ही एक ब्लॉगर हैं सिंधु नाडिग। वह कहती हैं, 'एक समय ऐसा भी था जब मैं 'थिन इज ब्यूटीफुल- के कांसेप्ट पर यकीन रखती थी और दिन-रात वजन कम करने के जतन करती थी, पर कुछ समय बाद मैंने यह महसूस किया कि बहुत सारी स्लिम लड़कियों की सुंदरता स्टाइल सेंस न होने के कारण दब जाती है। वहीं कई बल्की गल्र्स जबर्दस्त स्टाइल सेंस की बदौलत बेहद खूबसूरत लगती हैं। यह देखकर मैंने खुद को बदलने की ठान ली। मैं अपने कंफर्ट जोन से बाहर आई और और नए सिरे से अपनी स्टाइलिंग शुरू की। लोगों ने मेरे प्रयोगों को काफी सराहा। 'साइज ए अपार्ट- नामक फैशन ब्लॉग भी शुरु किया जिसे उम्मीद से कहीं बेहतर रेस्पॉन्स मिला।-

बढ़ी परिधानों की उपलब्धता

एक समय था जब बल्की लोगों के लिए कपड़ों के विकल्प बेहद सीमित थे। सिर्फ सामान्य नॉन-स्टाइलिश परिधान ही उपलब्ध थे, लेकिन अब लगभग हर ब्रैंड में प्लस साइज फॉर्मल गाउन, पेपलम स्कर्ट, काफ्तान जैसे परिधान आसानी से मिल जाते हैं। कई ऑनलाइन फैशन साइट्स में भी 'प्लस साइज आउटफिट्स- नाम से अलग सेक्शन मौजूद है, जो बेहद चर्चित हो रहे हैं।

लव कम्स इन ऑल साइजेज

रिश्तों में वजन को लेकर प्रचलित मिथक भी काफी हद तक दूर हुए हैं। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स की मानें तो स्मार्ट कर्वी लड़कियां लड़कों को काफी पसंद आती हैं। वहीं प्रजेंटेबल बल्की लड़के भी लड़कियों को लुभाते हैं। बशर्ते उनका वजन जरूरत से ज्यादा न हो। मूर्तिकार कपिल कपूर कहते हैं, 'मेरी लंबाई पांच फुट तीन इंच और वजन 95 किलो है। पहले मैं सोचता था कि पता नहीं कोई लड़की मुझे पसंद करेगी भी या नहीं। दुबले होने के लालच में मैंने नॉन वेज खाना भी छोड़ दिया, पर लवलीन से मिलने के बाद मेरी सारी झिझक दूर हो गई। आज मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मुझे ऐसी लाइफ पार्टनर मिली है जिसे मेरे फिजिकल अपियरेंस से नहीं, बल्कि गुणों से मतलब है। वह स्लिम है, लेकिन हमारी जोड़ी कभी मिसमैच नहीं लगती।-

मिड एरिया होता है हैवी

भारत में ज्यादातर लोगों के शरीर का मिड एरिया हैवी होता है, क्योंकि शरीर के इस हिस्से का कोई मूवमेंट नहीं होता। कभी-कभी जेनेटिक कारणों या किसी बीमारी के चलते एक सीमा से ज्यादा वजन घटाना संभव नहीं होता। वहीं कुछ लोग शारीरिक ढांचा चौड़ा होने या मसल मास ज्यादा होने के चलते बल्की लगते हैं। ऐसे में स्वस्थ और खुश रहने का प्रयास करना चाहिए। अगर वजन जरूरत से ज्यादा है तो उसे कम करने का प्रयास करना चाहिए।

स्टाइलिंग टिप्स

- अपने वार्डरोब में बेसिक डार्क कलर्स के परिधान जरूर शामिल करें।

- छोटे प्रिंट्स वाले स्टॉल्स, स्काव्र्स कैरी कर अपने लुक में फन एड करें।

- अगर आपकी बॉडी का ऊपरी हिस्सा बल्की है तो फिटेड जैकेट पहनें।

- बहुत अधिक ढीली या बहुत अधिक टाइट ड्रेस न पहनें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.