रिसाइकल्ड ज्वेलरी है लेटेस्ट फैशन ट्रेंड
लोग फैशन में कुछ जुदा पहनना चाहते हैं। ऐसे में वे अनूठी चीजों की तलाश करते हैं। डिजाइनर्स भी लगातार नया निकालने के लिए लीक से हटकर काम करते हैं।
डायमंड, सॉलिटेयर, सेमिप्रेशस स्टोन व प्लेटिनम ज्वेलरी अब फैशन के क्षेत्र में थोड़ा पीछे नजर आ रहे हैं। इन चमकीली धातुओं व स्टोंस की जगह अब कबाड़ में निकली वस्तुएं ले रही हैं। जानकर हैरानी होती है लेकिन यह आज के दौर के फैशन ट्रेंड का सच है। लोग फैशन में कुछ जुदा पहनना चाहते हैं। ऐसे में वे अनूठी चीजों की तलाश करते हैं। डिजाइनर्स भी लगातार नया निकालने के लिए लीक से हटकर काम करते हैं। हाल ही में हुई इंडिया फैशन वीक व न्यूयार्क फैशन वीक में इसका उदाहरण देखने को मिला कि लोगों को कीमती नहीं बल्कि अलग दिखने वाली चीजों चाहिए। अब ट्रेंड आ गया है 'रिसाइकल्ड ज्वेलरी' का।
क्या है 'रिसाइकल्ड ज्वेलरी':
रिसाइकल्ड ज्वेलरी फैशन इंडस्ट्री में इस समय हॉट ट्रेंड बनी है। यह ज्वेलरी अपने नाम के अनुरूप पुरानी चीजों को रिसाइकल करके बनाई जाती है। डिजाइनर पर निर्भर करता है कि इस क्षेत्र में कितना अनूठा प्रयोग करता है। इसकी शुरुआत पत्थरों, मिट्टी की बनी चीजों, लकडिय़ों आदि से हुआ था लेकिन अब धुलाई के पाइप, नलों के टुकड़े, पोछे का पीस व एसी फिल्टर जैसी चीजों से सीधे ज्वेलरी बना दी जाती है। इसमें बहुत ज्यादा काट-छांट भी नहीं की जाती। इन चीजों से नेकलेस, रिंग व ब्रेसलेट तक बनाए जा रहे हैं।
आंचल ने दिलाई वैश्विक पहचान:
रिसाइकल्ड ज्वेलरी पर फैशन जगत में पिछले कुछ वर्षों से काम हो रहा है लेकिन इसको अपने अनूठे संग्रह से वैश्विक पहचान दिलाई है दिल्ली निवासी युवा ज्वेलरी डिजाइनर आंचल सुखीजा ने। आंचल ने इंडिया फैशन वीक केसाथ-साथ न्यूयार्क फैशन में वीक में रिसाइकल्ड ज्वेलरी ट्रेंड को नया आयाम दिलावाया है। आंचल के मुताबिक उन्हें कुछ जुदा करने की चाह थी। वे नया ट्रेंड बनाना चाहती थी और उन्हें यह आइडिया आया कि बिना अधिक खर्च के कैसे वेस्ट मैटीरियल को उपयोग में लाकर स्टाइलिश ज्वेलरी का लुक दिया।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
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