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सौंदर्य को निखारे पीआरपी फेसलिफ्ट

उम्र के बढऩे के साथ त्वचा में जो विकार आ जाते हैं, उन्हें प्लेटलेट रिच प्लाज्मा फेसलिफ्ट के इलाज से कुछ हद तक दूर किया जा सकता है...

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2015 01:16 PM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2015 01:21 PM (IST)
सौंदर्य को निखारे पीआरपी फेसलिफ्ट
सौंदर्य को निखारे पीआरपी फेसलिफ्ट

बढ़ती उम्र के साथ त्वचा का रंग फीका होने लगता है और यह ढीली होने लगती

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है। इसकी वजह होती है त्वचा में रक्त का प्रवाह कम होना। मांसपेशियों के कमजोर

होने और कोलेजन की कमी के कारण चेहरे की त्वचा ढीली हो जाती है। चेहरे को खूबसूरत

बनाने वाली अन्य पुरानी विधियों से आगे बढऩे का समय आ चुका है। बोटॉक्स भी आपको

ऐसी दमकती त्वचा नहीं दे सकता, जो प्लेटलेट रिच प्लाज्मा फेसलिफ्ट संक्षेप में 'पी आर पी

फेसलिफ्ट' के इलाज से आपको हासिल हो सकती है।

इलाज की प्रक्रिया

इस इलाज के तहत आपके रक्त से प्लेटलेट युक्त प्लाज्मा निकाला जाता है और इसे त्वचा में इंजेक्ट किया जाता है। इसके बाद स्टेम सेल्स नए कोलेजन (त्वचा के नीचे का नया फाइबर), नई रक्त धमनियों और नई वसा युक्त कोशिकाओं में विकसित होती हैं, जो त्वचा की आंतरिक मरम्मत कर उसे फिर से जवान दिखने में मदद करती हैं।

बड़ी संख्या में लोग बोटॉक्स के बजाय पीआरपी फेसलिफ्ट का चयन कर रहे हैं। हॉलीवुड की अभिनेत्रियां और अभिनेताओं के मध्य पीआरपी फेसलिफ्ट काफी लोकप्रिय हो चुका है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसका प्रभाव अधिक समय तक रहता है और यह बिल्कुल प्राकृतिक इलाज होता है, जिसमें उनके रक्त से ही उनका इलाज

किया जाता है।

यह इलाज बेहद आसान है और रोगी के शरीर से लिए गए थोड़े से रक्त से ही इसे अंजाम दिया जाता है। इस रक्त को सेंट्री फ्यूज (यहां पर इसका आशय है किसी चीज को घुमाना) कर लाल रक्त कोशिकाओं को प्लेटलेट्स से अलग करते हैं। फिर इस प्लेटलेट रिच प्लाज्मा यानी पीआरपी को त्वचा के नीचे इंजेक्ट कर देते हैं। पीआरपी

फेसलिफ्ट प्रक्रिया में तीन सेशन दिए जाते हैं। शुरू के तीन से चार दिन त्वचा पर सूजन दिख सकती है, लेकिन यह जल्द गायब हो

जाती है।

सर्जरी की जरूरत नहीं

पीआरपी फेसलिफ्ट में सर्जरी की जरूरत नहीं होती और यह प्रक्रिया एलर्जी की प्रतिक्रिया

का जोखिम भी कम करती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि पीआरपी को प्राकृतिक तरीके से रोगी

के रक्त से ही लिया जाता है। प्लेटलेट रिच प्लाज्मा आधारित इलाज की सुरक्षा और इसके प्रभाव की पुष्टि स्टेम सेल्स के संदर्भ में जो शोध-अनुसंधान हुए हैं, उनसे भी हुईं हंै।

चेहरे की झुर्रियां और बारीक लाइनों को घटाने, आंखों के नीचे काले घेरों के इलाज के लिए पीआरपी एक आदर्श कॉस्मेटिक सॉल्यूशन है। ऐसा इसलिए, क्योंकि आंखों व त्वचा के नीचे नए कोलेजन का विकास होने से त्वचा में सुधार होता है। इससे आपकी त्वचा में एक नई कांति आती है और पेशेंट को मिलती है कोमल व युवा त्वचा। गौरतलब है कि इन दिनों पीआरपी के इंजेक्शनों का इस्तेमाल सिर की त्वचा में बालों की संख्या बढ़ाने के लिए भी किया जा रहा है।

डॉ.अनूप धीर

सीनियर कॉस्मेटिक और प्लास्टिक सर्जन

अपोलो हॉस्पिटल, नई दिल्ली


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