दाग-धब्बे रहेंगे दूर
सौंदर्य के लिए सबसे जरूरी है त्वचा की सही देखभाल। इस संदर्भ में थोड़ी सी लापरवाही भी बन सकती है दाग-धब्बों व त्वचा की अन्य परेशानियों की वजह
त्वचा विशेषज्ञों के मुताबिक हम भारतीयों में पिग्मेंटेशन की समस्या गंभीर है। यहां आमतौर पर सभी में त्वचा को डार्क करने वाले पिगमेंट मेलानिन के उत्पादन के लिए जिम्मेदार स्किन सेल्स मिलानोसाइटस बेहद सक्रिय होते हैं। स्किन केयर रिजीम में थोड़ी भी लापरवाही या बाह्य पर्यावरण में तब्दीली इसकी सक्रियता को
अत्यधिक बढ़ा देती है।
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उम्र बढऩे के साथ हमारे स्किन सेल्स की सक्रियता भी प्रभावित होती है। मिलानोसाइटिस की सक्रियता कम होने की वजह से कुछ स्त्रियों की त्वचा में छोटे-छोटे सफेद स्पॉट्स उभर आते हैं, वहीं जिन मामलों में ये स्किन सेल्स अत्यधिक सक्रिय होते हैं, वहां डार्क पिग्मेंटेशन की समस्या सामने आती है। कुछ बातों का ख्याल रखकर मुमकिन है इस समस्या से बचना।
-सिर्फ माइल्ड फेसवॉश से चेहरा धोएं। हार्श केमिकल्स वाले साबुन से चेहरा साफ करने पर त्वचा रूखी हो सकती है और पिग्मेंटेशन को बढ़ावा मिलता है।
-रोजाना 30 एसपीएफ से अधिक का सनस्क्रीन लगाएं। बंद कमरे में हों तो भी सनस्क्रीन लगाएं, क्योंकि खिड़की से भी सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणें प्रवेश करती हैं, जो आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
-रोजाना सोने से पूर्व अपनी त्वचा के अनुकूल मॉइश्चराइजर लगाएं।
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-रंगत निखारने की जिस क्रीम में निम्न में से कोई भी एक तत्व शामिल हो, उसे सप्ताह में तीन दिन अवश्य लगाएं: नियासिनामाइड, आरबुटिन, टरमैरिक, लाइकोराइस, मलबरी एक्सट्रैक्ट या विटामिन सी।
-अगर आपको पिग्मेंटेशन की समस्या है तो ऐसी क्रीम खरीदें, जिसमें कोजिक एसिड, अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड्स (ग्लाइकोलिक, फाइटिक, लैक्टिक इत्यादि) एवं रेटिनॉयड्स मौजूद हो। रोजाना रात में बिस्तर में जाने से
करीब 15 मिनट पहले उसे चेहरे पर लगाएं। अगर उपरोक्त उपाय अपनाने से भी आपकी समस्या दूर न हो तो किसी अच्छे त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह मशविरा करें।
निहारिका
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