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इस तकनीक को अपनायेंगे तो पा सकते हैं हेयरफॉल से तत्काल छुटकारा

हेयरफॉल की समस्या से परेशान हो चुके हैं। आजमाएं स्कैल्प माईक्रोब्लेडिंग तकनीक जो आपको काफी हद तक इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Mon, 30 Jan 2017 01:24 PM (IST)Updated: Mon, 30 Jan 2017 01:57 PM (IST)
इस तकनीक को अपनायेंगे तो पा सकते हैं हेयरफॉल से तत्काल छुटकारा
इस तकनीक को अपनायेंगे तो पा सकते हैं हेयरफॉल से तत्काल छुटकारा

हेयरफॉल आज सभी के लिए एक आम समस्या बन चुकी है। हम कितनी भी कोशिश कर लें लेकिन इसका कोई परमानेंट ट्रीटमेंट नहीं मिल पाता है क्योंकि इस पॉल्युशन भरे माहौल में ना कोई ट्रीटमेंट सही प्रभाव डाल पाता है ना ही उनमें से ज्यादातर ट्रस्टवर्दी होते हैं। क्या कोई ऐसा सॉल्युशन है जिससे आप तत्काल हेयरफॉल रोक कर नए बाल अपने स्कैल्प पर उगा सकते हैं वो दो चार महीनों के लिए नहीं बल्कि लगभग पूरे डेढ़ साल के लिए। ऐसी एक तकनीक है 'स्कैल्प माईक्रोब्लेडिंग' जिसका ट्रीटमेंट आप ले सकते हैं।
आईब्रो माईक्रोब्लेडिंग की तरह है ये
अपने पतले आईब्रो को मोटा दिखाने के लिए जो अब तक आईब्रो पेंसिल, जेल या पाउडर का इस्तेमाल किया करते थे, आईब्रो माईक्रोब्लेडिंग ट्रीटमेंट ने उन पतले आईब्रो वाली समस्या से परेशान व्यक्तियों के लिए एक परमानेंट सॉल्युशन दे दिया है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि आईब्रो के अलावा अब आपके स्कैल्प पर भी बाल उगाये जा सकते हैं। जिससे आप अपने हेयर लॉस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

प्रभावकारी विकल्प है स्कैल्प माईक्रोब्लेडिंग
आज कल सभी के लिए हेयर फॉल एक कॉमन समस्या है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये कितना प्रभाव डाल रहा है लेकिन ये आपको हतोत्साहित और आपके कॉंफिडेंस को कम जरुर करता है। महिलाओं को ये समस्या ज्यादा झेलनी पड़ती है क्योंकि उनके बाल अपेक्षाकृत पुरुषों से लम्बे होते हैं जिसे जितनी केयर मिलनी चाहिए वो मिल नहीं पाती हैं। उनके लिए जो एक्सपेंसिव और टाइम कंज्युमिंग ट्रीटमेंट नहीं करवाने से बचना चाहते हैं उनके लिए स्कैल्प माईक्रोब्लेडिंग एक प्रभावकारी विकल्प है। ये आपको तत्काल रिजल्ट देता है।।
माईक्रोब्लेडिंग तकनीक से रियल तरीके से बालों का तमाम किस्मों को आपके स्कैल्प पर डबल ट्रिपल कर उगाया जाता है। खास करके हेयरलाईन एरिया में इसका खास ट्रीटमेंट किया जाता है। साथ ही जहां बालों की डेन्सिटी कम होती है वहां पर इसे कंसीलींग की जाती है।
रिजल्ट 18 महीने तक रहता है
वास्तव में ये ट्रीटमेंट कहीं ना कहीं आईब्रो ट्रीटमेंट के जैसा ही होता है। जब स्कैल्प पर काम किया जाता है तो बालों की किस्मों को अच्छे से प्लेस किया जाता है ताकि फिनिश होने पर लुक ज्यादा नेचुरल लग सके। इस प्रक्रिया में नेचुरल हेयर कलर और स्किन कलर से मैच करता हुआ पिगमेंट कलर का इस्तेमाल किया जाता है। यह रिजल्ट लगभग 18 महीने तक रहता है। जरुरत पड़ने पर टचअप का भी इस्तेमाल किया जाता है।
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