Move to Jagran APP

Exclusive : भंवर में फंसे हैं 'लक्ष्मण जी', लेकिन नहीं निकलने की वजह है खास

नील को दीया और बाती हम में भी उनके किरदार के लिए काफी सराहा गया था। अब वे फिल्मी करियर की शुरुवात करने जा रहे हैं।

By Rahul soniEdited By: Published: Mon, 20 Feb 2017 07:51 PM (IST)Updated: Mon, 20 Feb 2017 10:24 PM (IST)
Exclusive : भंवर में फंसे हैं 'लक्ष्मण जी', लेकिन नहीं निकलने की वजह है खास
Exclusive : भंवर में फंसे हैं 'लक्ष्मण जी', लेकिन नहीं निकलने की वजह है खास

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। टीवी पर लक्ष्मण बनकर सबके दिलों पर राज़ करने वाले नील भट्ट अचानक भंवर में फंस गए हैं। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी, कि भंवर में फंसने के बावजूद वे इससे निकलना नहीं चाहते हैं।

loksabha election banner

अब आप ही सोचिए, भला कोई भंवर में फंसकर भी उससे क्यों नहीं निकलना चाहेगा। तो इसका जवाब नील खुद ही दे रहे हैं। दरअसल, भंवर नील की पहली फिल्म होगी, जिससे वह अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत कर रहे हैं। कौन अपनी डेब्यू फिल्म के भंवर में फंसे नहीं रहना चाहेगा। जाहिर है यह उनके लिए बेहद स्पेशल होगी ही। नील की यह फिल्म गुजराती फिल्म है, जिसका निर्देशन अदिति ठाकोर ने किया है। नील ने बताया है कि यह फिल्म उन्हें 2013 में ही ऑफर हो गई थी। नील उस वक़्त टीवी शो कर रहे थे। नील का चयन इस किरदार के लिए अदिति ने उनके सारे शोज देखने के बाद किया है और आपको जानकार हैरानी होगी कि नील ने रामायण, 12 -24 करोल बाग, गुलाल समेत अब तक 15 से भी अधिक शोज में काम किया है। लेकिन फिल्म की निर्देशिका अदिति ने केवल 15 दिनों में नील के सारे शोज़ देख लिए थे।

जीना इसी का नाम है में रोमांस के साथ इमोशनल अपील

अदिति को नील का गुलाल वाला किरदार काफी भाया था। नील को जब अदिति ने अपनी फिल्म की कहानी सुनाई, तो उन्हें यह बेहद दिलचस्प लगी। चूंकि इस फिल्म के माध्यम से नील ने पपेटियर की जिंदगी को बहुत करीब से देखने और समझने की कोशिश की है। बकौल नील, "हमने इस फिल्म की पूरी शूटिंग रियल विलेज में की है। विलेज को क्रिएट नहीं किया है। गुजरात के एक गांव हिम्मपुर में फिल्म की शूटिंग हुई है, जहां मोतीपुरा नाम के फिक्शनल गांव को क्रिएट किया गया है।" नील ने यह भी बताया है कि उन्होंने कठपुतली चलाने और बनाने की बकायदा ट्रेनिंग ली है। उन्हें एक पारंपरिक पपेटियर रमेश जी ने यह विधा सिखाई। नील के लिए यह सीखना टास्क से कम नहीं था, क्योंकि इन कठपुतलियों को जितना बनाना कठिन है उतना चलाना भी। चूंकि बनाने के लिए केवल एक ही वुड का इस्तेमाल होता है और आपको उससे ही एक बार में इसे बना लेना होता है, आप बार-बार उसे मोड़ नहीं सकते। नील फिलहाल कोई टीवी शो नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वह फिल्म के प्रमोशन में व्यस्त हैं। लेकिन इसके बाद में अच्छे प्रस्ताव मिलते ही शो को हां कह देंगे।

भोजपुरी फिल्म आतंकवादी का टीज़र देखिए , ऐसे जागा एक आतंकी का देश प्रेम

नील को दीया और बाती हम में भी उनके किरदार के लिए काफी सराहा गया था। अब वे फिल्मी करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.