फिल्म रिव्यू: साउथपॉ (3 स्टार)
'साउथपॉ' को देखकर लगता है कि जैक एक ऐसे एक्टर के तौर पर उभरे है जो किसी भी फिल्म को अपने कंधे पर खींच सकते हैं। फिल्म में उनकी एक्टिंग तो दमदार है ही। 'साउथपॉ' उन फिल्मों में शुमार है जहां आपको लगता है कि इसके और भी भाग हो
प्रमुख कलाकार: जेक गिेलेनहाल, फॉरेस्ट विटेकर, रेशल मैकएडम्स
निर्देशक: एंटोनी फुकुआ
स्टार: 3
'साउथपॉ' को देखकर लगता है कि जैक एक ऐसे एक्टर के तौर पर उभरे है जो किसी भी फिल्म को अपने कंधे पर खींच सकते हैं। फिल्म में उनकी एक्टिंग तो दमदार है ही।
'साउथपॉ' उन फिल्मों में शुमार है जहां आपको लगता है कि इसके और भी भाग हो सकते हैं। फिल्म का डायरेक्शन 'एंटोइन फूका ने किया है। जो 'ट्रेंनिंग डे' के लिए फेमस रहे हैं। फूका अपनी फिल्म में जो करते आ रहे हैं वो हर दूसरी फिल्म में देखने को मिलता है। बावजूद इसके इस बात को अनदेखा किया जा सकता है क्योंकि फिल्म अच्छी है।
जैक ने बिल्ली होप का किरदार निभाया है। वो एक वर्ल्ड चैम्पियन बॉक्सर हैं। वो अपने आपको दुनिया के शिखर पर देखता है। एक पल आता है जब उसकी पत्नी की मौत हो जाती है। इसके बाद से ही वो ड्रग के चक्कर में घिर जाता है लेकिन फिर निकलने की भी कोशिश करता है। कारण कि उसकी बेटी चाहती है कि वो एक अच्छा पिता बनें।
यह कंसेप्ट कई फिल्मों में देखा जा चुका है। 'रॉकी' का स्टालेन तो याद है आपको। मगर यहां जैक इससे कुछ अलग करके दिखाते हैं। उनकी मौजूदगी कमाल की रही है। जब उनका किरदार डाउन होता है तो आप भी वैसा ही महसूस करते हैं। यह वो पल होता है जब आपको फिल्म से जुड़ाव महसूस होता है।
व्हाइटेकर फिल्म में जैक के मेंटर बने हैं। कैरेक्टर अच्छे से प्ले किया है। होप ने मैनेजर की भूमिका निभाई है। नाओमी वाट्स ने चाइल्ड सपोर्ट स्पेशलिस्ट की भूमिका निभाई है। फिल्म का मुख्य फोकस बॉक्सिंग मैच पर है। फिल्म में यह अच्छे से दिखाया भी गया है। यह बेस्ट फिल्म नहीं है। मगर बुरी भी नहीं है। फिल्म को अच्छे से लिखा जाता तो और भी अच्छी बनती।