फिल्म रिव्यू: नो एस्केप (1 स्टार)
फिल्म के सितारों पर गौर करें तो आप पाएंगे कि फिल्म में इनका चयन ही अजीबो-गरीब ढंग से किया गया है। एक बड़ी फिल्मों का सितारा है तो दूसरा कॉमेडी फिल्मों का एक्टर। फिल्म का टाइटल 'नो एस्केप' सुनकर लगता है कि यह एक बी ग्रेड फिल्म है। मगर यह
प्रमुख कलाकार: ओवन विलसन, स्टरलिंग जेरिंस, लेक बेल
निर्देशकः जॉन एरिक डॉडल
स्टार: 1
फिल्म के सितारों पर गौर करें तो आप पाएंगे कि फिल्म में इनका चयन ही अजीबो-गरीब ढंग से किया गया है। एक बड़ी फिल्मों का सितारा है तो दूसरा कॉमेडी फिल्मों का एक्टर।
फिल्म का टाइटल 'नो एस्केप' सुनकर लगता है कि यह एक बी ग्रेड फिल्म है। मगर यह ए ग्रेड फिल्म है। प्लॉट सिंपल है। विल्सन एक अमेरिकन है जो अपने परिवार के साथ साउथ इस्ट एशियन देश में काम के सिलसिले में शिफ्ट हो गया है। काम के पहले दिन ही वो एक मुसीबत में फंस जाता है। उस देश के प्रधानमंत्री का मर्डर हो जाता है। अमेरिकन फैमेली इस मामले में उलझकर रह जाती है। फिल्म में परिवार भाग रहा है और छुपता फिर रहा है। सभी की कोशिश है कि जिंदा रह जाए।
फिल्म का निर्देशन जॉन एरिक डोडल ने किया है। इस फिल्म के साथ भी एक समस्या है। सबकुछ होते हुए भी अस्त-व्यस्त। एक बढ़िया फिल्ममेकर इस फिल्म को छोटा और थ्रिलर बना देता मगर यहां यह फिल्म सामान्य बनकर रह गई है।
देश का नाम तो नहीं बताया गया मगर वियतनाम के पास होना चाहिए। मगर हां इस फिल्म में बुरे लोग केवल हीरो को मारना चाहते हैं क्योंकि वो अमेरिकन है। इसमें यह भी पता लगता है कि वहां चल क्या रहा है। हर पांच मिनट में एशियन गैंगस्टर आता है और परिवार को मारने की कोशिश करता है। फिल्म में कुछ व्यवस्थित नहीं है। बस अनेक समस्याओं को एक साथ दिखा दिया गया है। हीरो अपने परिवार को बचाने की कोशिश में व्यस्त रहता है।
फिल्म में कुछ एक्शन सीन्स अच्छे है। मगर आप कुछ रोचक खोज रहे हैं तो यहां ऐसा कुछ नहीं है।
-मिहिर फडनवीस