फिल्म रिव्यू: मिस्टर होम्स (4 स्टार)
बीबीसी सीरीज की 'शरलोक होम्स' मूवी पहले से ही उस दौर में धूम मचा चुकी है। अब आज के समय में यह बहुत ही मुश्किल हो गया है कि इसी फॉर्म को दूसरे वर्जन के तौर पर स्वीकार किया जा सके। दूसरा यह भी बहुत अजीब लगता है कि बिल
प्रमुख कलाकार: सर इयान मैककेलन, लॉरा लिने, हिरोयूकी सनाडा
निर्देशक: बिल कोंडोन
स्टार: 4
बीबीसी सीरीज की 'शरलोक होम्स' मूवी पहले से ही उस दौर में धूम मचा चुकी है। अब आज के समय में यह बहुत ही मुश्किल हो गया है कि इसी फॉर्म को दूसरे वर्जन के तौर पर स्वीकार किया जा सके। दूसरा यह भी बहुत अजीब लगता है कि बिल कोंडोन जिन्होंने पिछली दो फिल्में 'ट्वायलाइट' बनाई हो और अब इस फिल्म को डायरेक्ट कर रहा हो। सौभाग्य से यह फिल्म 'मिस्टर होम्स' हॉलीवुड का खुशी देने वाला बदलाव प्रतीत होती है।
'मिस्टर होम्स' मिच कलिंस की किताब 'ए स्लाइट ट्रीक ऑफ द माइंड' पर आधारित है। फिल्म में शरलोक अपनी 93 साल की उम्र में एक अति महत्वपूर्ण केस के मामले में जानकारियां जुटाने के लिए स्ट्रगल कर रहा होता है।
फिल्म में होम्स एक बार फिर से अपने पुराने घर लौट आए हैं। वो हाउसकीपर लॉरा लिने और उनके बेटे मिलो पार्कर के साथ रहता हैं। अपने सामान्य जीवन का मजा लेने में व्यस्त हैं। एकाएक उसे याद आता है कि जापान में एक पुराना केस उसके पास आया था। यहां पर वो एक महिला का पीछा कर रहे थे जिसके बच्चों को मार दिया गया था।
'होम्स' फिल्म अपने आपको दूसरों से कहीं आगे लेकर जाती है। यह फिल्म हर किसी के लिए है। जिस किसी ने भी कभी भी शरलोक होम्स को पढ़ा है वो अपने लिए यहां पर कुछ ढूंढ ही लेगा। फिल्म का प्लॉट भी कुछ ऐसा ही है मानो आप 'शरलोक होम्स' का कोई रोचक नॉवेल पढ़ रहे हों। फिल्म के पहले सीन से ही आप शरलेक होम्स की दुनिया में चले जाते हैं। आप खुद भी उसी यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं। केस सुलझाना चाहते हैं।
होम्स के किरदार में इयान मैककेलन बहुत जमे हैं। उनको देखकर ही आप भरोसा करने लगेंगे कि होम्स ऐसे ही रहे होंगे। डायरेक्टर बिल कोंडोन ने लेखक कोनन डोले की भावनाओं का ध्यान रखा है। हर बात को पूरे डेडिकेशन के साथ पेश किया है। यही कारण है कि 'मिस्टर होम्स' साल की बेहतरीन ड्रामा में से एक है।