Move to Jagran APP

Exclusive Interview: किस्मत आपको उतना ही देती है, जितनी आप मेहनत करते हैं : शाहरुख खान

कहते हैं मेहनत ही एक ऐसा जादुई मंत्र है जिसकी बदौलत आप अपने साधारण से ‘सिग्नेचर’ को एक दिन ‘ऑटोग्राफ’ में बदल सकते हैं. आपने भी ये बात कभी न कभी सुनी जरूर होगी.

By MMI TeamEdited By: Published: Mon, 02 Nov 2015 03:52 PM (IST)Updated: Mon, 02 Nov 2015 05:35 PM (IST)
Exclusive Interview: किस्मत आपको उतना ही देती है, जितनी आप मेहनत करते हैं : शाहरुख खान

loksabha election banner

कहते हैं मेहनत ही एक ऐसा जादुई मंत्र है जिसकी बदौलत आप अपने साधारण से ‘सिग्नेचर’ को एक दिन ‘ऑटोग्राफ’ में बदल सकते हैं. आपने भी ये बात कभी न कभी सुनी जरूर होगी. इस बात का जीवंत उदाहरण है करोड़ों दिलों पर राज करने वाले ‘बादशाह’ शाहरुख खान.

शाहरुख खान ने बहुत कम उम्र से ही अपनी सफलता की दिलचस्प कहानी लिखनी शुरू कर दी थी. शाहरूख से मिलने वाले लोगों को उनका खुशमिजाज स्वभाव बेहद भाता है. इतना बड़ा स्टार बनने के बाद भी उन्होंने स्टारडम का नशा खुद पर सवार नहीं होने दिया. आज शाहरूख की 50वीं सालगिरह पर शाहरूख से जुड़ी खास बातों को जानिए.

आपको कैसा लग रहा है देश भर से लोग आपके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दे रहे हैं बल्कि दुनिया भर से आपके फैंस आपके जन्मदिन को बेहद दिलचस्प अंदाज में बना रहे हैं?

मैं तहेदिल से अल्लाह ताला का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इस काबिल बनाया कि लोग मुझे इतने बेशुमार प्यार से नवाज रहे हैं. ये 2 नवंबर की तारीख मेरे सभी फैंस के लिए बेहद खास है इस दिन को वो इस तरह से सेलिब्रेट करते हैं जैसे उनका खुद का जन्मदिन हो. वो दिन भर मेरे फिल्म के गाने सुनते हैं बल्कि इस दिन उनकी कारों में भी मेरे गाने ही बजाए जाते हैं. मैं देखता हूं हर तरफ मुझसे जुड़े हुए गाने, फिल्म, रेडियों, टीवी पर सुने-देखे जाते हैं. मेरे लिए ये सभी चीजें ऐसी हैं जिनका कर्ज में कभी नहीं चुका सकता. बल्कि इस दिन मेरे घर के बाहर भी मेरे फैंस उत्सव मनाते नजर आ जाएंगे. मैं 50 साल का हो गया हूं लेकिन हर जन्मदिन मेरे फैंस ही मेरा जन्मदिन खास बनाते हैं.

इस जन्मदिन आप 50 साल के हो गए हैं, आजकल सभी 50 साल को नए जमाने का 30 मानते हैं बल्कि नया 20. आपकी क्या राय है?

मेरे लिए 50, 25 या फिर 30 सिर्फ एक अंक है. मुझे अपनी उम्र याद नहीं पर, अब तक मुझे काफी सारी चोट लग चुकी हैं. मुझे काफी दर्द रहता है. खासतौर पर जब किसी फिल्म में मुझे कोई एक्शन सीन करना होता है तो मैं मानसिक रूप से खुद को तैयार कर लेता हूं. मैं खुद से कहता हूं कि ‘ओके’ ऐसा कहकर खुद को सब कुछ ठीक होने का भरोसा दिलाता हूं. पर मुझे लगता है कि अगर मैं कोई सीन करुंगा और घायल हो जाऊंगा तो ये कोई नई बात नहीं होगी क्योंकि ऐसा तो 27 और 28 की उम्र में भी होता था. आज मैं अपनी 50 साल की उम्र को बहुत एंजाय करता हूं. मैं सच में उम्र के इस पड़ाव में बहुत खुश हूं. मेरे पास अभी भी बहुत से खास रोल है. मैं रोज कुछ नया सीखता हूं. जैसे उम्र के इस पड़ाव में अपने से आधी उम्र की हिरोइन के साथ रोंमास करने के लिए, खुद को मानसिक रूप से कैसे तैयार करना है ये मैनें बढ़ती उम्र के साथ सीख लिया है.

आपने अपना डेब्यू 26 की उम्र में किया था और अब 50 की उम्र में आपकी नई फिल्म दिलवाले आने वाली है. क्या आप खुद में बदलाव महसूस करते हैं?

अब मेरी दाढ़ी थोड़ी सी सफेद हो चुकी है. मुझे इसे डाई करना पड़ता है. इसके अलावा जब मैं युवा रोल करता हूं खुद को युवा महसूस करता हूं क्योंकि जो मैं अदंर से महसूस करुंगा वही चीज मेरे चेहरे पर साफतौर पर दिखाई देगी. आप इस फिल्म को देखकर ये बात जरूर गौर करेंगे फिल्म के पहले भाग में, मैं युवा दिख रहा हूं जबकि दूसरे भाग में उम्र का असर दिख रहा है. मैंने उम्र से बहुत कम दिखने के लिए रोजाना खूब कसरत की, पसीना बहने से मेरा चेहरा पतला दिखना शुरु हो गया. पहले भाग में युवा और दूसरे भाग में जीवन के मुश्किल दौर को सहते हुए मुझे थोड़ा टफ दिखना था. जो कि मैं दिख रहा हूं.


सभी ने आपकी और अभिनेत्री काजल के बीच की दिलचस्प केमिस्ट्री को ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे‘ में देखी. और अब इतने सालों बाद ‘दिलवाले’ में भी वही केमिस्ट्री देखने को मिल सकती है?

बिल्कुल, ये भगवान की कृपा है कि इतने सालों बाद हम एक बार फिर से एक साथ हैं. आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म के एक गाने में हम दोनों अभिनय कर रहे हैं जो ‘कुछ-कुछ होता है’ और ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे’ फिल्म के दिनों की याद दिलाता है. बहुत दिलचस्प है कि काजल और मैं आप सभी को उन दिनों की याद दिलाते हुए नजर आएंगे.


बरसों से हम फिल्मी पर्दे पर आपको रोमांस करते हुए देखकर और आपकी ऑनस्क्रीन लव स्टोरी देखकर बड़े हुए हैं. बल्कि हर पीढ़ी को आपसे प्यार है. आप इतना सबकुछ कैसे मैनेज कर पाते हैं?

मुझे लगता है जो भी फिल्म हमने की है. जिन सभी में एक तरह की मासूमियत होती थी. उस दौरान हम ये सोचकर फिल्म नहीं बनाते थे. कि ये फिल्म यूथ के लिए है या ऐसी लवस्टोरी बनाते हैं जो यंग जेनरेशन को पंसद आए. हमने बस एक अच्छी कहानी पर जोर दिया. इन दिनों मैं बहुत से फिल्ममेकर को कहते हुए सुनता हूं कि फैमिली क्लास के लिए फिल्म बनानी है या फिर युवाओं के लिए फिल्म बनानी है. लेकिन ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे‘ को बहुत मासूमियत और सच्चाई के साथ बनाया गया था. मुझे लगता है राज और राहुल जैसे किरदार आज भी प्यार करने वालों के मन पर एक अलग तरह की छाप छोड़ते हैं. राज बदमाश, शैतान था लेकिन दूसरी तरफ मासूम, प्यारा और बड़ों की इज्जत करने वाला था. जैसे कोई भी पिता अपनी बेटी के लिए ऐसा ही प्यारा, मासूम, इज्जतदार और थोड़ा-सा बदमाश लड़का ढूंढ़ना पसंद करेगा. अंजलि और सिमरन के किरदारों को देखकर हर किसी को प्यार में इंतजार की बात पर यकीन होता है. सभी को इन्हें देखकर लगता है कि अपनी सारी नकरात्मकता पर जीत पाकर, एक न एक दिन इनका प्यार इन्हें वापस जरुर मिलेगा. फिर दो प्यार करने वाले साथ होंगे.

आजकल के प्यार से परे लोग, उन फिल्मों को देखकर आज भी ये कहने पर मजबूर हो जाएंगे कि ‘अरे यार मुझे ये वाली लव स्टोरी बहुत पसंद है’.

क्या हमें ट्रेन का कोई एक्शन सीक्वेंस ‘दिलवाले’ में भी देखने को मिलेगा?

ऐसे ही दिलचस्प पलों के लिए हमने बुल्गारिया में शूट किया है. कुछ शोट्स तो इतने अच्छे हैं जिन्हें देखकर फैंस को बहुत मजा आएगा. लेकिन आपको दिलवाले दुल्हनियां जैसा ट्रेन सीक्वेंस देखने को नहीं मिलेगा. वो तो मैं कर ही चुका हूं चैन्नई एक्सप्रेस में.

आप अपनी इस नायाब कामयाबी का श्रेय हमेशा किस्मत को देते हैं. लेकिन हमें लगता है कि ये सिर्फ किस्मत नहीं बल्कि आपकी मेहनत है. जिसने आपको शाहरुख खान बनाया है?

मैं तो हमेशा से लोगों को यही कहता हूं कि आप जितनी ज्यादा मेहनत करोगे. किस्मत आपको उतना ज्यादा देगी. मुझे लगता है किस्मत हमारी जिंदगी में एक अहम किरदार निभाती है. आप ऐसा कभी नहीं सोच सकते कि आप कोई मेहनत नहीं करेंगे और किस्मत फिर भी आपके लिए सब कुछ कर देगी. मैं आज भी कड़ी मेहनत इसलिए कर पाता हूं क्योंकि मेरे परिवार, दोस्तों और मेरे दिल के बेहद करीब फैंस मुझ पर दिल से विश्वास करते हैं. उनके विश्वास की बदौलत, खुद को जिम्मेदार महसूस करता हूं. मैं ऐसा कभी नहीं सोचता कि मुझे सिर्फ फिल्मों में अभिनय करना है बल्कि अपने फैंस को खुश रखना मेरा पहला काम है.

साथ ही मैं विश्वास को अपनी जिंदगी में बेहद अहम मानता हूं क्योंकि ये विश्वास ही है जिसकी बदौलत मैं फैंस के दिलों में जगह बना पाया हूं. एक कलाकार होने के नाते मेरी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है. महज पैसा कमाने के लिए मैं कैसी भी फिल्म में रोल करके ये नहीं कह सकता कि ‘ऑडियंस पैसा लगा रही है. मुझे क्या? मैं कैसी भी गैरजिम्मेदार फिल्म बना सकता हूं. बेशक आपको जिम्मेदार बनने के लिए भी कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी.

एसआरके, बादशाह, किंग खान. आपके फैंस ने आपको काफी नामों से नवाजा है. आपको कौन- सा नाम सबसे ज्यादा पसंद है?

व्यक्तिगत रूप में मुझे बच्चों से ‘पापा’ सुनना बहुत पसंद है. लोगों का शाह भाई पुकारना भी मुझे बहुत पसंद है. लेकिन मुझे शाहरुख ‘सर’ सुनना पसंद नहीं है. मुझे मालूम है मेरा नाम मुश्किल जरूर है लेकिन आप सभी मुझे सिर्फ शाहरुख कहकर पुकार सकते हैं लेकिन शाह भाई सबसे कूल रहेगा.


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.