बेटी नव्या नवेली नंदा के बचाव में उतरी श्वेता बच्चन नंदा, मीडिया को दी हिदायत
'नव्या एक टीनएजर है और वह अपने हमउम्र किशोर की तरह ही व्यवहार करती है। वह उन्हीं की तरह कपड़े पहनती है, दोस्तों के साथ घूमने जाती है, फोटो के लिए पोज करती है।
नई दिल्ली। नव्या नवेली नंदा अपने बोल्ड अंदाज को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। वह सोशल मीडिया पर अपने फोटो अपलोड करती रहती हैं, जिनमें वह कभी समुद्र के किनारे, तो कभी दोस्तों के साथ पार्टी करती नजर आती हैं। नव्या की इन तस्वीरों को लेकर खबरें बनती रहती हैं। नव्या की मां श्वेता बच्चन नंदा को मीडिया का यूं अपनी बेटी के पीछे पड़ना अच्छा नहीं लगता। श्वेता ने इस मुद्दे पर एक खुला पत्र लिख, अपनी नाराजगी जाहिर की है।
नॉर्मल है नव्या का बिहेवियर
हाल में डीएनए अखबार में लिखे एक कॉलम में श्वेता बच्चन ने लिखा कि मीडिया ने उनकी बेटी नव्या नवेली के साथ शिष्टाचार नहीं दिखाया। श्वेता ने सवाल उठाया कि क्या नव्या की जो तस्वीरें मीडिया में छपती हैं, क्यों उन्हें पब्लिश करने की इजाजत ली जाती है? उन्होंने कहा, 'नव्या एक टीनएजर है और वह अपने हमउम्र किशोर की तरह ही व्यवहार करती है। वह उन्हीं की तरह कपड़े पहनती है, दोस्तों के साथ घूमने जाती है, फोटो के लिए पोज करती है। दोस्तों के साथ पार्टी (नव्या के लिए पार्टी से घर पहुंचे की एक डेडलाइन हैं और वह हमेशा इससे पहले घर आ जाती है।) करती है। अगर वह कभी समुद्र के किनारे होती है, तो वह वैसे ही कपड़े पहनी है, जैसे दूसरे लोग वहां पहनते हैं यानि स्विमसूट।'
एक ऑटोग्राफ के लिए आधे घंटे होटल के बाहर खड़े थे अमिताभ बच्चन
नव्या को पसंद है राजमा-चावल और करदाशियां
श्वेता ने आगे लिखा, 'मेरी बेटी नव्या को पढ़ने का शौक है, उसे करदाशियां, राजमा चावल पसंद है। भाई को छेड़ने में उसे बहुत मजा आता है। अगर उसके किसी दोस्त का दिल टूटता है, तो उसे वह समझाती भी है। वह सभी ऐसे काम करती है, जो उसकी उम्र के बच्चे करते हैं। वह अपनी उम्र के हिसाब से ही व्यवहार कर रही है। लेकिन उन लोगों को तो बड़ों की तरह व्यवहार करना चाहिए, जो अपनी वेबसाइट्स पर नव्या के बारे में गलत चीजें दिखाते हैं। अगर उनके बच्चों के साथ भी ऐसा होगा, तो क्या उन्हें अच्छा लगेगा।'
क्या नव्या को उसकी प्राइवेट लाइफ वापस मिलेगी?
अंत में श्वेता ने लिखा, 'मैं यह सब इस आशा में लिख रही हूं कि नव्या के बारे में जो लोग ये सब दिखा रहे हैं उन्हें शर्म आए, वो लोग अपनी जिम्मेदारी को समझें। हालांकि मुझे नहीं लगता कि वो समझेंगे।'