कहीं भी अकेले आने-जाने से क्यों डरते हैं शाहरुख़ खान
'जब हैरी मेट सेजल' इम्तियाज़ अली ने निर्देशित की है और फिल्म 4 अगस्त को रिलीज़ होगी।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। शाहरुख़ खान की नयी फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' जल्द ही रिलीज़ होने वाली है। इस फिल्म में वह एक गाइड की भूमिका में हैं। लेकिन उनके बारे में कम ही लोगों को यह जानकारी होगी कि रियल लाइफ में उनमें गाइड वाले ये गुण तो बिल्कुल भी नहीं हैं।
जी हां, खुद शाहरुख़ ने एक बातचीत में स्वीकारा है कि वह रास्तों के डायरेक्शन में बिल्कुल अच्छे नहीं हैं। शाहरुख़ कहते हैं कि वह खुद इस बात को लेकर हमेशा उलझे रहते हैं कि अगर उन्हें कोई अकेले छोड़ दे, तो वह परेशान हो जायेंगे। शाहरुख़ आगे कहते हैं कि मैं इसलिए कभी भी कहीं भी अकेले आना जाना नहीं करता। चूंकि मुझे इस बात का डर रहता है कि मैं खो जाऊंगा। इसलिए मैं इन बातों का ख्याल रखता हूं कि कहीं भी जाऊं तो कोई न कोई मेरे साथ हो। इसलिए अपनी टीम लेकर भी साथ जाता हूं।
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शाहरुख़ कहते हैं कि मैं नंबर्स याद करने में भी कुछ खास नहीं हूं। मैं नंबर्स भी बहुत जल्दी भूल जाता हूं। इसलिए उन्हें हमेशा यही लगता है कि वह कहीं फोन नंबर भी न भूल जायें। ऐसे में उनकी टीम और उनके परिवार वाले उन्हें सारी बातें याद रखने में मदद करते हैं। शाहरुख़ की फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' इम्तियाज़ अली ने निर्देशित की है और फिल्म 4 अगस्त को रिलीज़ होगी।