गूगल ने डूडल बनाकर किया 'शहंशाह-ए-कव्वाली' नुसरत साहब का सम्मान
पाकिस्तानी सिंगर नुसरत फतेह अली खान का आज 67वां जन्मदिन है, लेकिन दुर्भाग्यवश वह हमारे बीच में नहीं हैं। सर्च इंजन गूगल ने इस मौके पर डूडल लगा नुसरत साहब को सम्मान दिया है।
मुंबई। 'सानु एक पल चैन ना आए', 'अल्ला हू अल्ला हू' और 'किन्ना सोणा तेनु रब ने बनाया' जैसी बेहतरीन कव्वाली गाने वाले पाकिस्तानी सिंगर नुसरत फतेह अली खान का आज 67वां जन्मदिन है, लेकिन दुर्भाग्यवश वह हमारे बीच में नहीं हैं। सर्च इंजन गूगल ने इस मौके पर डूडल लगा नुसरत साहब को सम्मान दिया है।
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'शहंशाह-ए-कव्वाली' नुसरत साहब इस डूडल में अपने ग्रुप साथियों के साथ कव्वाली गा रहे हैं। 16 अगस्त 1997 को दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनका इंतकाल हो गया था। नुसरत साहब की खासियत उनकी कव्वाली थी जो कि सूफी मुस्लिम लोगों के लिए एक तरह का भक्ति संगीत होता है।
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नुसरत साहब ने कई पाकिस्तानी फिल्मों के साथ-साथ हिंदी फिल्मों में भी संगीत दिया। फिल्म 'और प्यार हो गया' में संगीत देने के साथ-साथ वह ऑनस्क्रीन भी नजर आए। इसके अलावा उन्होंने फिल्म 'कच्चे धागे' में भी संगीत दिया।
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नुसरत साहब को कई अवॉर्ड्स और उपलब्धियां हासिल हुईं, जिनमें 'यूनेस्को म्यूजिक प्राइज (1995)' और पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा दिया गया 'प्राइड ऑफ परफॉर्मेंस अवॉर्ड' शामिल हैं। लगभग 40 देशों में परफॉर्मेंस दे चुके नुसरत फतेह अली खान को महारत हासिल थी कि वो नॉन-स्टॉप लगातार 10 घंटों तक भी गा सकते थे।