संजय दत्त की 'भूमि' का ट्रेलर देखने के बाद ये 5 बातें आएंगी आपके भी ज़हन में
'एक बेटी का मायका होता है, ससुराल होता है पर घर कहां होता है?' क्या इसका जवाब है किसी के पास?
मुंबई। संजय दत्त का कमबैक हो गया है और वो भी धमाकेदार वाला! हाल ही में संजय ने अपनी आने वाली फ़िल्म 'भूमि' का ट्रेलर रिलीज़ किया है। अदिति राव हैदरी के साथ संजय की इस फ़िल्म की चर्चा इसकी शूटिंग के पहले दिन से ही शुरू हो गई थी और अब मानो लम्बे इंतज़ार के बाद मिलने वाले फल का समय है।
लोग अब तक संजय के कमबैक के लिए उत्साहित थे लेकिन ट्रेलर ने तो लोगों की एक्साइटमेंट को आसमान तक पहुंचा दिया है। ये 5 चीज़ें बना रही हैं 'भूमि' के ट्रेलर को और भी ख़ास-
यह भी पढ़ें: संजय दत्त ने मान्यता से गुस्सा करना सीखा, और वो भूमि में काम आ गया
1. बाबा का कमबैक
आंखों में जिस तूफ़ान के लिए संजय जाने जाते हैं वो आपको इस फ़िल्म के ट्रेलर में वो साफ़ नज़र आएगा। संजय का एंग्री अवतार और बेहतरीन अभिनय हमने इतने सालों से मिस किया है, मगर ट्रेलर की माने तो इस फ़िल्म में संजय इसकी पूरी भरपाई करने वाले हैं।
2. पिता-बेटी की केमिस्ट्री
अदिति राव हैदरी इस फ़िल्म में संजय की बेटी का किरदार निभा रही हैं। एक पिता और बेटी के बीच की प्यारी केमिस्ट्री, एक दूसरे के प्रति उनका लगाव और इस बेहतरीन रिश्ते की झलक आपको इस ट्रेलर में साफ़ नज़र आएगी।
3. डायलॉग्स
गणेश जी की आरती की एक पंक्ति 'बांझन को पुत्र दे...' पर अदिति सवाल करती है, 'बांझन को पुत्र क्यों... पुत्री क्यों नहीं?' इस सवाल पर आप भी कुछ पलों के लिए रुक जाएंगे। ऐसा ही एक और सवाल - 'एक बेटी का मायका होता है, ससुराल होता है पर घर कहां होता है?' क्या इसका जवाब है किसी के पास?
4. कहानी
ट्रेलर को देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि अदिति के किरदार के साथ कुछ बेहद दर्दनाक हादसा होता है और फिर उसके बचाव में दुश्मनों को धूल चटाने निकलता है उसका पिता। देखा जाए तो बेटियों के बचाव की इस तरह की कहानी अक्सर सिल्वर स्क्रीन पर आई है। देखना यह है कि 'भूमि' कितनी अलग होती है।
5. ओमंग कुमार
डायरेक्टर का फ़िल्म को अच्छे से बहुत अच्छा बनाने में बड़ा हाथ होता है। ट्रेलर में ही आप ओमंग के डायरेक्शन का बेहतरीन नमूना देख सकते हैं। 'मैरी कॉम' और 'सरबजीत' जैसी फ़िल्में बनाने के बाद ओमंग की 'भूमि' से भी बहुत सी उम्मीदें जुड़ीं हैं।