64वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार ज्यूरी के हेड बने निर्देशक प्रियदर्शन
2007 में उनके डायरेक्शन में बनी 'कांजीवरम' (Kanchivaram) को बेस्ट फीचर फ़िल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया था।
मुंबई। विख्यात फ़िल्मकार प्रियदर्शन को 64वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार की ज्यूरी का हेड नियुक्त किया गया है। कई भाषाओं में फ़िल्में बना चुके प्रियदर्शन इस ज़िम्मेदारी को पाकर ख़ुश हैं।
प्रियदर्शन ने आईएएनएस से इस ख़बर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा- मैं निश्चित रूप से काफी खुश और उत्साहित हूं और मुझे ये बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई है। मैं बेहतर करने की कोशिश करूंगा। इस मामले में सूचना प्रसारण मंत्रालय से भी संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कमेंट करने से इंकार कर दिया। प्रियदर्शन का कहना है कि उन्हें यक़ीन है वो ये काम अच्छे से कर सकेंगे, जिसमें उनका 35 साल का अनुभव काम आएगा। प्रियदर्शन ने विभिन्न भाषाओं की 91 फ़िल्मों का निर्देशन किया है। हिंदी सिनेमा में वो हेराफेरी जैसी कल्ट कॉमेडी फ़िल्म बनाने के लिए मशहूर हैं।
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नेशनल अवॉर्ड प्रियदर्शन के लिए नया नहीं है। 2007 में उनके डायरेक्शन में बनी 'कांजीवरम' (Kanchivaram) को बेस्ट फीचर फ़िल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया था। 1996 में उनकी मलयालम फ़िल्म 'कालापानी' को बेस्ट आर्ट डायरेक्शन, बेस्ट स्पेशल इफ़ेक्ट्स और बेस्ट सिनेमेटोग्राफी के लिए नेशनल अवॉर्ड्स दिए गए थे।
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बॉलीवुड में प्रियदर्शन ने हेराफेरी के अलावा गर्दिश, विरासत, हंगामा, गरम मसाला, भूल भुलैया, बिल्लू और खट्टा-मीठा जैसी फ़िल्मों का डायरेक्शन किया है।