निशिकांत कामत ने कहा, अच्छी स्क्रिप्ट की नहीं है कमी लेकिन....
आजकल फिल्म मेकर्स की शिकायत रहती है कि बॉलीवुड में अच्छी स्क्रिप्ट्स की कमी है। लेकिन निर्देशक निशिकांत कामत ऐसा नहीं मानते। उनका कहना है कि स्टूडियोज फ्रेश कॉन्सेप्ट पर पैसा लगाने से घबराते हैं। इसलिए आजकल रीमेक फिल्मों पर ज्यादा पैसा लगाया जा रहा है। कामत की फिल्म 'दृश्यम'
मुंबई। आजकल फिल्म मेकर्स की शिकायत रहती है कि बॉलीवुड में अच्छी स्क्रिप्ट्स की कमी है। लेकिन निर्देशक निशिकांत कामत ऐसा नहीं मानते। उनका कहना है कि स्टूडियोज फ्रेश कॉन्सेप्ट पर पैसा लगाने से घबराते हैं। इसलिए आजकल रीमेक फिल्मों पर ज्यादा पैसा लगाया जा रहा है।
बिना वीजा के भारत आई सलमान-शाहरुख की पाक रिश्तेदार!
कामत की फिल्म 'दृश्यम' आज ही सिनेमाघरों में रिलीज हुई है जो 2013 में आई मलायलम फिल्म 'दृश्यम' की रीमेक है। कामत ने कहा कि उन्होंने इसकी हिंदी रीमेक इसलिए बनाई क्योंकि वो हिंदी बोलने वाले दर्शकों को ये फिल्म दिखाना चाहते थे।
उन्होंने कहा, 'बॉलीवुड में अच्छी स्क्रिप्ट्स की कमी नहीं है। कई बार स्टूडियोज उन स्क्रिप्ट्स पर पैसा नहीं लगाते जो उनकी समझ में नहीं आती। जबकि रीमेक में आपके पास एक उदाहरण होता है कि रीमेक से भी इस तरह का रिजल्ट आएगा। स्टूडियोज रीमेक से खुश हैं और यही वजह है कि इतनी सारी रीमेक बन रही हैं।'
प्रशांत भूषण के खिलाफ ट्विटर पर आग उगल फंस गए अभिजीत!
तमिल और मराठी में भी फिल्में बना चुके कामत ने कहा, 'बॉलीवुड के लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट है। पूरे भारत में हिंदी बोली जाती है। इसलिए रीजनल सिनेमा एक खास दर्शक वर्ग तक सीमित रह जाता है। हिन्दी फिल्मों के पास हमेशा एक बड़ा बाजार होगा। मैंने एक मराठी और एक तमिल फिल्म भी बनाई...फिर मुझे लगा मैं एक खास रीजन के लिए हूं। उस वक्त मैं अलग-अलग तरह के सिनेमा बना रहा था। लेकिन अगर बॉलीवुड की बात की जाए तो इसे हर जगह देखा जाता है।'
निशिकांत कामत की 'दृश्यम' आज पूरे भारत में 2500 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है। फिल्म में अजय देवगन, श्रिया सरन और तब्बू अहम किरदारों में हैं।