Exclusive : फिल्म शोले को लेकर रमेश सिप्पी ने किया ये बड़ा खुलासा, चौंक जाएंगे आप
फिल्म 'शोले' को रिलीज हुए 42 साल हो गए हैं। 1975 में आई फिल्म का आज भी कोई सानी नहीं है।
रुपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। फिल्म 'शोले' के निर्देशक रमेश सिप्पी ने मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में कहा कि वो दोबारा 'शोले' नहीं बनायेंगे। इसलिए जय-वीरू कोई और हो ही नहीं सकता। फिल्म 'शोले' दोबारा नहीं बनाई जा सकती। यह बात फिल्म 'शोले' के निर्देशक रमेश सिप्पी भी मानते हैं और उन्होंने मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में इस बात को माना भी।
रमेश सिप्पी कहते हैं, ''मैं अब दोबारा 'शोले' नहीं बनाऊंगा तो जय और वीरू का सवाल ही नहीं उठता है।'' इस मौके पर उन्होंने यह भी बताने से इनकार कर दिया कि उन्हें आज के दौर का जय और वीरू कौन लगता है। रमेश सिप्पी ने कहा कि शोले के नाम का हौवा ऐसा बना हुआ है कि 42 साल बाद भी हम उसकी चर्चा कर रहे हैं। ऐसे में 'शोले' की जगह कोई और फिल्म को लोगों के दिमाग में डालना आसान काम नहीं है। खासकर तब जब 'शोले' लोगों के दिल-दिमाग पर छाई हुई है। इस मौके पर रमेश सिप्पी ने बताया कि शोले में आधी कास्ट फिल्म 'सीता और गीता' की है क्योंकि उसमें हेमा मालिनी, संजीव कुमार और धर्मेंद्र थे। फिल्म 'गुड्डी' के चलते जया बच्चन को कास्ट किया। उनकी उस फिल्म में उन्होंने कमाल का काम किया था। अमिताभ बच्चन के नाम से पहले शत्रुघन सिन्हा के नाम का विचार चल रहा था। सलीम-जावेद के कहने पर अमिताभ बच्चन को फिल्म में लिया। 'आनंद' और 'बॉम्बे टू गोवा' देखने के बाद मैंने तय कर लिया था कि अमिताभ को फिल्म में लेना चाहिए।
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आपको बता दें कि, फिल्म 'शोले' को रिलीज हुए 42 साल हो गए हैं। 1975 में आई फिल्म का आज भी कोई सानी नहीं है। फिल्म में जय-वीरू की दोस्ती, गब्बर सिंह का किरदार और बसंती को लोग आज भी भुला नहीं सके हैं।