Exclusive: टीवी की दुनिया में टिके रहने के लिए ऐसे काम करने पड़ते हैं दिव्यांका त्रिपाठी को
अपने काम के बारे में दिव्यांका कहती है कि कई बार घंटों काम करने की वजह से सोने का वक्त नहीं मिलता तब रिक्शे की सीट मेरा बिस्तर हुआ करती है।
संजय मिश्रा, मुंबई। छोटे परदे की स्टार एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी का मानना है कि आज वो जिस मुकाम पर है उसे पाने के लिए उन्हें बेइंतहां दर्द सहने पड़े है। कई बार हड्डियां टूटने के बाद भी बीस बीस घंटे तक काम किया।
एक बातचीत के दौरान दिव्यांका ने कहा कि फीमेल एक्टर के साथ टीवी में काम करने की अपनी अलग मुश्किलें होती हैं। सबसे बड़ी परेशानी होती है काम के साथ-साथ अपनी पर्सनल लाइफ को मैनेज करना क्यूंकि जब सीरियल शुरू होता है तब तो बीस बीस घंटे भी काम करना पड़ता है। दिव्यांका ने बताया " 2009 में मुझे स्लिप डिस्क हुआ था लेकिन मैंने कोई छुट्टी नहीं ली। मेरा दर्द काम करने से गायब हो जाता था। लोगों को लगता था कि इसको स्लिप डिस्क नहीं हुआ है। झूठ बोलती है। पिछले साल जब मुझे मल्टीपल फ्रैक्चर हुए तो मैंने फ्रैक्चर की अवस्था में भी काम किया है। मुझे लगता था क्या एक दिन की छुट्टी लेंगे और क्या घर बैठेंगे। हमने सीरियल के ट्रैक को चेंज कर दिया और मेरा किरदार व्हील चेयर पर हो गया। इस इंडस्ट्री के लिए यही कहूंगी कि कुछ भी हो जाए 'शो मस्ट गो ऑन', यही सबसे बड़ा चैलेन्ज है।"
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अपने काम के बारे में दिव्यांका कहती है कि कई बार घंटों काम करने की वजह से सोने का वक्त नहीं मिलता तब रिक्शे की सीट मेरा बिस्तर हुआ करती है। धीरे धीरे आप सोने की कला सीख जातें हैं। खड़े-खड़े भी सो सकते है। उन्होंने बताया "एक बार मैं सीरियल ' बनूं मैं तेरी दुल्हन' की शूटिंग में स्टूडियो के मंदिर की ज़मीन पर ही सो गयी थी।