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'न्यूटन' की ऑस्कर एंट्री से गदगद हुआ बॉलीवुड, वरुण धवन समेत कई ने दी बधाई

न्यूटन भारत में रिलीज़ से पहले कई इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में अवॉर्ड और तारीफ़ें अपने नाम कर चुकी है।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Fri, 22 Sep 2017 03:19 PM (IST)Updated: Sat, 23 Sep 2017 09:54 AM (IST)
'न्यूटन' की ऑस्कर एंट्री से गदगद हुआ बॉलीवुड, वरुण धवन समेत कई ने दी बधाई
'न्यूटन' की ऑस्कर एंट्री से गदगद हुआ बॉलीवुड, वरुण धवन समेत कई ने दी बधाई

मुंबई। राजकुमार राव के लिए इससे बड़ी ख़ुशख़बरी और क्या हो सकती है कि आज ही उनकी फ़िल्म 'न्यूटन' सिनेमाघरों में पहुंची है और आज ही फ़िल्म को ऑस्कर अवॉर्ड्स में इंडिया की ऑफ़िशियल एंट्री चुने जाने की ख़बर आ गयी। 

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'न्यूटन' एक पॉलिटिकल सेटायर फ़िल्म है, जिसमें राजकुमार राव ने सरकारी कर्मचारी का रोल निभाया है जो चुनाव कराने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जाता है, जहां उसे नये तरह के अनुभव होते हैं। फ़िल्म को अमित मासूरकर ने डायरेक्ट किया है। 'न्यूटन' को अगले साल होने वाले 90वें एकेडमी अवॉर्ड्स की विदेशी भाषा केटेगरी में भारत की ऑफ़िशियल एंट्री चुने जाने पर कई सेलेब्रिटीज़ ने राजकुमार और मेकर्स को बधाई दी है। इनमें वरूण धवन भी शामिल हैं, जिनकी फ़िल्म 'जुड़वा2' अगले हफ़्ते रिलीज़ हो रही है। फ़िल्ममेकर आनंद एल राय ने लिखा है कि इस ट्वीट को लिखते समय मैं भावुक हो रहा हूं। 'न्यूटन' भारत की ऑस्कर के लिए ऑफ़िशियल एंट्री है। अमित मासूरकर और राजकुमार राव पर गर्व है। आनंद ने मनीष मूंदड़ा निर्मित फ़िल्म को प्रेज़ेंट किया है।

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राजकुमार राव के साथ 'अलीगढ़', 'शाहिद' और 'सिटी ऑफ़ लाइट्स' जैसी फ़िल्में बना चुके हंसल मेहता ने भी 'न्यूटन' के ऑफ़िशियल एंट्री चुने जाने पर बधाई दी है। उन्होंने इस फ़िल्म को बेस्ट च्वाइस बताया है। राव के साथ 'बरेली की बर्फ़ी' कर चुके आयुष्मान खुराना ने लिखा है कि न्यूटन जेम (रत्न) है। बता दें कि 'न्यूटन' भारत में रिलीज़ से पहले कई इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में अवॉर्ड और तारीफ़ें अपने नाम कर चुकी है। 

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'न्यूटन' प्रतिष्ठित एकेडमी अवॉर्ड्स में ऑफ़िशियल एंट्री चुनी जाने वाली 50वीं भारतीय और 30वीं हिंदी फ़िल्म है। अब तक इन अवॉर्ड्स के लिए भेजी गयीं सिर्फ़ तीन फ़िल्में ही विदेशी भाषा केटेगरी में नामांकन तक पहुंच सकी हैं। ये फ़िल्में हैं मदर इंडिया (1957), सलाम बॉम्बे (1988) और लगान (2001)। 

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