Exclusive: भूमि पेडनेकर ने बताया अंधेरे में टॉयलेट जाने वाली औरतों के साथ होते हैं कैसे हादसे
भूमि ने कहा कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जहां महिलाएं जब शौच के लिए जाती हैं, उनके साथ कई बार बलात्कार भी तब ही होते हैं।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। अक्षय कुमार के साथ भूमि पेडनेकर फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा में नज़र आएंगी। फिल्म में वह अहम किरदार में हैं लेकिन भूमि बताती हैं कि उन्हें जब यह कहानी सुनाई गयी थी तब उन्हें पता ही नहीं था कि उनके हीरो कौन हैं। फिर भी उन्होंने फिल्म में काम करना मंजूर कर लिया था। हालांकि बाद में जब उन्हें अक्षय कुमार के हीरो होने का पता चला तो ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।
भूमि बताती हैं कि उन्हें यह सुन कर बेहद आश्चर्य हुआ था कि किसी फिल्म की प्रेम कहानी में कैसे सोशल मेसेज भी दे सकते हैं। साथ ही प्रेम कहानी का विलेन कोई और नहीं बल्कि टॉयलेट है। भूमि ने जागरण डॉट कॉम से बातचीत में यह भी बताया कि वह कभी इस बात को नहीं समझ पायी थीं कि किसी गांव में महिलाओं को ऐसा कष्ट भी हो सकता है। चूंकि वह हमेशा मेट्रो में रही हैं। उन्हें सारी सुख-सुविधा मिली है लेकिन भूमि बताती हैं कि वो तब हैरान हों गईं जब पता चला कि किस तरह गांवों में महिलाएं अपनी इज्जत बचाने के लिए सुबह अंधेरे में ही शौच के लिए जाती हैं, ताकि मर्द के उठने से पहले ही वापस घर आ जाएँ।
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भूमि ने कहा कि भारत की आबादी के 54 प्रतिशत महिलाओं के पास टॉयलेट नहीं है। भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जहां महिलाएं जब शौच के लिए जाती हैं, उनके साथ कई बार बलात्कार भी तब ही होते हैं। महिलाएं 14-14 घंटे दिन भर शौच नहीं जा पाती। इस दौरान वह बच्चों को भी संभाल रही होती हैं और हम मेट्रो में रहने वाली लड़कियां तो दो मिनट का भी इंतजार नहीं कर पाती हैं, फिर जब वह शौच को जाती भी हैं तो उन्हें डर होता है कि कोई सांप बिच्छू न कांट ले। भूमि का मानना है कि यह फिल्म उनके लिए आई-ओपनर थी कि किन-किन परेशानियों से महिलाएं जूझती हैं। इसलिए उनके लिए यह फिल्म हमेशा उनके दिल के करीब रहेगी।
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श्रीनारायण सिंह निर्देशित फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा 11 अगस्त को रिलीज़ होनेवाली है।