Move to Jagran APP

घर की महिलाओं से घिरा रहा हूं, समझता हूं उन दिनों की परेशानी- पैडमैन अक्षय कुमार

अक्षय कहते हैं कि उनकी फिल्मों के बाद अगर महिलाएं जागरूक होकर इनके बारे में बात करना और जानकारी हासिल करना भी शुरू कर देंगी तो भी बहुत है।

By Manoj KhadilkarEdited By: Published: Mon, 07 Aug 2017 06:26 PM (IST)Updated: Tue, 08 Aug 2017 10:31 AM (IST)
घर की महिलाओं से घिरा रहा हूं, समझता हूं उन दिनों की परेशानी- पैडमैन अक्षय कुमार
घर की महिलाओं से घिरा रहा हूं, समझता हूं उन दिनों की परेशानी- पैडमैन अक्षय कुमार

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। अक्षय कुमार इन दिनों अपनी फिल्म टॉयलेट एक प्रेमकथा के प्रोमोशन में व्यस्त हैं लेकिन इसके साथ ही साथ वह अपनी अगली फिल्म पैडमैन को लेकर भी उत्सुक हैं। अक्षय बताते हैं कि उन्हें यह बात अच्छी तरह समझ आती है कि यह कितना अहम मुद्दा है लेकिन अब भी कई घरों में लड़कियां शर्म की वजह से इस बारे में बातें नहीं कर पाती हैं।

loksabha election banner

अक्षय का कहना है कि कई घरों में महिलाएं सैनिटरी नैपकीन का इस्तेमाल कर पाती हैं। उन्हें या तो इस बात की जानकारी नहीं है या फिर इसे वह खर्चीली चीजों में काउंट कर लेती हैं। अक्षय कहते हैं कि "मेरे घर में मैं महिलाओं से हमेशा घिरा रहा हूं। मेरी बहन के साथ बचपन से रहा हूं। फिर बीवी, फिर मदर इन लॉ, अब बेटी है। मैं समझ सकता हूं कि यह कितना अहम विषय है और किस तरह नजरअंदाज हो रहा है। यही वजह है कि जब पैडमैन की कहानी मुझ तक आयी तो मुझे लगा कि यह एक ऐसे हीरो की कहानी है, जिसके बारे में कोई खास बात नहीं करेगा। कोई नहीं कहेगा कि उसने कोई बहादुरी का या महान काम किया है। खास बात यह है कि उस व्यक्ति ने भी सैनिटरी पैड्स का निर्माण, कोई वाहवाही लूटने के लिए नहीं बल्कि अपने आस-पास की महिलाओं को परेशान होते देख कर किया था और वाकई कितनी ज़रूरी चीज बना दी। यह काफी इंस्पायरिंग कहानी है।

यह भी पढ़ें:संजय दत्त की बायोपिक नहीं, इस फिल्म के लिए रणबीर ने बनायी है ऐसी बॉडी

 

अक्षय कहते हैं कि यह लग्जरी नहीं है, महिलाओं की जरूरत है और हर महिला का हक है कि वह हाइजीन की दृष्टि से इसका उपयोग करे। हमारी फिल्म पैडमेन इसी बात को दर्शाने की कोशिश करेगी। अक्षय स्वीकारते हैं कि अब भी कई घरों में महिलाओं से जुड़े कई मुद्दे हैं, जिन पर महिलाएं खुल कर परिवार वालों से बात नहीं कर सकतीं। अक्षय कहते हैं कि हमारी फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा का एक संवाद है कि महिलाओं को हर चीज के लिए अधिक मेहनत अधिक जोर लगानी पड़ती है. यह बात सच भी तो है।

यह भी पढ़ें:मैं जब हैरी मेट सेजल देख रहा हूं, मुझे बचाओ, सुषमा स्वराज को भेजा गया ट्वीट हुआ वायरल

अक्षय कहते हैं कि उनकी फिल्मों के बाद अगर महिलाएं जागरूक होकर इनके बारे में बात करना और जानकारी हासिल करना भी शुरू कर देंगी तो भी बहुत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.