'ऐ दिल है मुश्किल' विवाद पर मनसे के बारे में ये क्या बोल गए सीएम फडणवीस
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे और करण जौहर के साथ बातचीत कर यह मामला सुलझा दिया। लेकिन अब इस पूरे प्रकरण में सीएम फड़णवीस की भूमिका को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली। करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' की रिलीज का रास्ता साफ हो गया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने फिल्म की रिलीज को हरी झंडी दिखा दी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे और करण जौहर के साथ बातचीत कर यह मामला सुलझा दिया। लेकिन अब इस पूरे प्रकरण में सीएम फडणवीस की भूमिका को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। शिवसेना ने भी 'सामना' के जरिए फडणवीस का मजाक उड़ाया है। अब फड़णवीस ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है।
सीएम फड़णवीस ने तोड़ी चुप्पी
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' का विवाद सुलझाने के लिए मेरी मनसे और फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड से हुई मीटिंग पर हल्ला करने का अब क्या मतलब है? इस मामले में मेरे द्वारा डील कराने का सवाल कहां से खड़ा हो गया है? सिद्धांतों के साथ समझौता करने का सवाल कहां से आ गया? अगर हुर्रियत और नक्सलियों से बातचीत हो सकती है, तो फिर मनसे से क्यों नहीं?' इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में सीएम फडणवीस ने ये बातें कहीं।' उन्होंने आगे कहा, 'देखिए, सरकार को कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। जब किसी समस्या का हल टेबल पर बैठकर हो सकता है, तो फिर उसमें बुराई क्या है। फिर अब पूरा देश दिवाली का त्योहार मनाने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में विवाद का हल सख्ती से निकालना कोई समझदारी नहीं होती।'
शिवसेना ने कहा, 56 इंच का सीना नहीं दिखा सके फड़णवीस
शिवसेना ने उड़ाया मजाक
करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के प्रदर्शन को लेकर हुए विवाद में शिवसेना ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बड़ा मजाक उड़ाया है। गठबंधन सरकार में भाजपा के साथ शामिल शिवसेना ने सोमवार को कहा कि उन्होंने 56 इंच का सीना दिखाने का एक मौका गंवा दिया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में संपादकीय के जरिये मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। इसमें इसने कहा कि यह भयानक और क्रूर है। यह शहीद सैनिकों के घाव पर नमक छिड़कने जैसा है। इस बीच पर्दे के पीछे बहुत कुछ हुआ और फिल्म के विरोध को मुख्यमंत्री आवास पर एक प्याली चाय में मिलाकर पतला कर दिया गया। हम इस बहस में नहीं पड़ना चाहते कि कौन जीता और कौन हारा। लेकिन इस पूरे प्रकरण में सैनिकों का बहुत अपमान हुआ। शिवसेना ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेता पाकिस्तान को घुड़की देते हैं और सर्जिकल स्ट्राइक पर डींग हांकते हैं। लेकिन किसी में पाकिस्तानी कलाकार वाली फिल्मों का विरोध करने की हिम्मत नहीं है।
मनसे इसलिए कर रहा था 'ऐ दिल है मुश्किल' का विरोध
उड़ी आतंकी हमले के बाद से कुछ राजनीतिक पार्टियां पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध कर रही थीं। मनसे ने खुलकर सामने आकर कहा था कि वह महाराष्ट्र में कोई भी ऐसी फिल्म रिलीज नहीं होने देगी, जिसमें पाक कलाकारों ने काम किया है। 'ऐ दिल है मुश्लिक' में भी पाक कलाकार फवाद खान ने एक महत्वपूर्ण किरदार निभाया है। इसलिए फिल्म की रिलीज का मनसे विरोध कर रही थी। मनसे का कहना है कि वह शाहरुख खान की 'रईस' की रिलीज का भी विरोध करेगी, जिसमें पाक एक्ट्रेस माहिरा खान ने काम किया है।