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शाहरुख खान

By Edited By: Published: Sat, 20 Oct 2012 12:33 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2012 12:33 PM (IST)
शाहरुख खान

जन्मतिथि - 2 नवंबर, 1965

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जन्मस्थान - नयी दिल्ली

दिल्ली में पले-बढ़े शाहरुख खान की ख्वाहिश थी कि वह एक्टर के तौर पर मशहूर हों। यही सोचकर उन्होंने दिल्ली में बैरी जॉन से अभिनय का प्रशिक्षण लिया। पहले नाटक और फिर सीरियल से होते हुए वह मुंबई पहुंचे। फौजी और सर्कस जैसे धारावाहिकों के बाद सन् 1992 में उनकी पांच फिल्में एक साथ रिलीज हुई और वह स्टार बन गए। उन्हें पहली कामयाबी दीवाना में मिली और फिर यश चोपड़ा के निर्देशन में आई डर और अबबास-मस्तान की बाजीगर ने उन्हें स्थापित कर दिया। इन दोनों ही फिल्मों में वह एंटी हीरो थे, सन् 1995 में आई दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे ने उन्हें सुपरस्टार का दर्जा दिया। दस साल हो गए, मगर शाहरुख खान की लोकप्रियता तक कोई नया स्टार नहीं पहुंच सका है।

शाहरुख खान ने फिल्मों का निर्माण भी किया। उन्होंने सन् 2000 में जूही चावला और अजीज मिर्जा के साथ मिलकर फिर भी दिल है हिंदुस्तानी फिल्म बनायी। इसमें वह हीरो भी थे, मगर फिल्म नहीं चली। उनकी अगली फिल्म अशोक भी असफल रही। निर्माता के तौर पर मैं हूं ना ने उन्हें भारी लाभ दिया। 2005 में प्रदर्शित पहेली को दर्शकों की मिश्रित प्रतिक्रिया मिली।

घोर आत्मकेंद्रित शाहरुख खान ने स्टारडम की नयी परिभाषा गढ़ी। फिल्म इंडस्ट्री के बाहर से आए वह आखिरी स्टार हैं। लोकप्रियता और स्टारडम के साथ उनका दायरा सीमित होता चला गया है। अब वह कुछ ही निर्माता-निर्देशकों की फिल्मों में काम करते हैं। अपने कैरिअर को लेकर सुरक्षित और सचेत शाहरुख खान ने अभिनय में अधिक प्रयोग नहीं किए। उनकी यादगार फिल्मों की संख्या भी कम है।

फिल्मोग्राफी

वर्ष फिल्म किरदार

1992 राजू बन गया जेंटलमेन - राजू

1992 माया मेमसाब- माया का प्रेमी

1992 दीवाना - राजू सहाय

1992 चमत्कार - सुरेन्द्र श्रीवास्तव

1992 दिल आशना है - करण

1993 किंग अंकल- अनिल बंसल

1993 बाजीगर- अजय शर्मा/ विक्की

1995 जमाना-दीवाना - राहुल मल्होत्रा

1995 त्रिमूर्ति - रोमी सिंह/भोले

1995 राम जाने- राम जाने

1995 ओ डार्लिग ये है इंडिया -

1995 करण अर्जुन- अर्जुन सिंह/विजय

1995 गुड्डु - गुड्डु बहादुर

1995 दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे- राज मल्होत्रा

1996 इंग्लिश बाबू, देसी मेम- विक्रम

1996 चाहत - रूप राठौड़

1996 आर्मी - अर्जुन

1996 दुश्मन दुनिया का- विशेष भूमिका

1997 परदेस- अर्जुन सागर

1997 गुदगुदी- विशेष भूमिका

1997 कोयला - शंकर

1997 यस बॉस- राहुल

1997 दिल तो पागल है- राहुल

1998 डुप्लीकेट - बबलू चौधरी/मनु दादा

1998 अचानक - विशेष भूमिका

1998 दिल से - अमरकांत वर्मा

1998 कुछ कुछ होता है- राहुल खन्ना

1999 बादशाह - राज/बादशाह

2000 फिर भी दिल है हिंदुस्तानी - अजय बख्शी

2000 जोश - मैक्स

2000 हर दिल जो प्यार करेगा- राहुल

2000 गजगामिनी - विशेष भूमिका

2001 वन टू का फोर - अरुण वर्मा

2001 अशोक - अशोक

2001 कभी खुशी कभी गम- राहुल रायचंद

2002 देवदास- देवदास मुखर्जी

2002 हम तुम्हारे हैं सनम- गोपाल

2002 साथिया - यशवंत राव

2003 चलते-चलते- राज माथुर

2004 ये लम्हे जुदाई के - दुष्यंत

2004 मैं हूं ना- राम प्रसाद शर्मा

2004 वीर-जारा - वीर प्रताप सिंह

2004 स्वदेस - मोहन भार्गव

2005 कुछ मीठा हो जाए - विशेष भूमिका

2005 काल - विशेष भूमिका

2005 पहेली - किशन भूत और लच्छी का पति

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