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LokSabha Elections 2019: आया चुनावी मौसम, प. बंगाल में भाजपा के रूठ गए कुछ अपने

LokSabhaElections2019 चुनाव के ऐन वक्त भाजपा को प. बंगाल में प्रतिद्वंद्वी दलों के साथ अपने कुछ नाराज नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के कारण भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 12:42 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 12:42 PM (IST)
LokSabha Elections 2019: आया चुनावी मौसम, प. बंगाल में भाजपा के रूठ गए कुछ अपने
LokSabha Elections 2019: आया चुनावी मौसम, प. बंगाल में भाजपा के रूठ गए कुछ अपने

कोलकाता, सुनील शर्मा। लोकसभा चुनाव के ऐन वक्त पर भाजपा को पश्चिम बंगाल में प्रतिद्वंद्वी दलों के साथ-साथ अपने कुछ नाराज नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के कारण भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उम्मीदवारों के चयन के बाद पार्टी में कई जगहों पर अचानक विरोध के स्वर उठने लगे हैं। कूचबिहार संसदीय सीट पर निशिथ प्रमाणिक को उम्मीदवार बनाए जाने से स्थानीय कार्यकर्ताओं के एक हिस्से में भारी असंतोष है। उन्होंने इस सीट पर घोषित उम्मीदवार का विरोध करते हुए पार्टी के स्थानीय कार्यालय में तोड़फोड़ भी की।

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टिकट नहीं मिलने से वरिष्ठ प्रदेश भाजपा नेता राजकमल पाठक इतने नाराज हो गए कि उन्होंने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी इच्छा हुगली या श्रीरामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की थी। इसके लिए उन्होंने अपनी उम्मीदवारी तय करने के लिए पार्टी में प्रस्ताव भी रखा था। इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं देकर हुगली से प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी तथा श्रीरामपुर से प्रदेश भाजयुमो अध्यक्ष देवजीत सरकार को उम्मीदवार बनाया। पाठक ने आरोप लगाया है कि उम्मीदवारी तय करने में योग्य कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। 1991 से भाजपा में सक्रिय पाठक ने कहा कि उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है जबकि भाजपा में बने रहेंगे।

इधर, उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट संसदीय क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं में भी असंतोष है। पार्टी ने इस सीट ने प्रदेश महासचिव सायंतन बसु को उम्मीदवार बनाया है जबकि कुछ स्थानीय कार्यकर्ता इन्हें बाहरी उम्मीदवार बताकर उनका विरोध कर रहे हैं। उन्हें टिकट दिए जाने से नाराज कुछ कार्यकर्ताओं ने पोस्टर पर अपना विरोध जताया है। उन्होंने सायंतन के विरोध में नारे लिखे पोस्ट चिपकाएं हैं।

इस तरह भाजपा में उम्मीदवार चयन को लेकर कई जगहों पर असंतोष सामने आया है जबकि कई जगहों पर कार्यकर्ताओं में क्षोभ है, जो प्रकाश में नहीं आ रहा है। पार्टी के भीतर पनपे इस असंतोष को प्रदेश भाजपा नेतृत्व भी स्वीकार्य कर रहा है, लेकिन चिंता को छिपा रहा है। इस बारे में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि उम्मीदवारों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया यह जता रही है कि बंगाल में पार्टी सांगठनिक तौर पर मजबूत हुई है। गौरतलब है कि भाजपा ने अभी तक पश्चिम बंगाल की 42 संसदीय सीटों में से 29 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है।

कूचबिहार के नाराज भाजपा कार्यकर्ता उम्मीदवार बदलने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने निर्णय किया है कि पार्टी यदि उम्मीदवार नहीं बदलती है तो वे अपने मुताबिक निर्दलीय से उम्मीदवार खड़ा करेंगे। अभी भी पश्चिम बंगाल की 13 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा बाकी है। इन उम्मीदवारों की घोषणा होने के बाद पार्टी के भीतर विरोध और तेज होने की आशंका जताई जा रही है। दूसरे दल से आए लोगों को उम्मीदवारी मिलने से भाजपा कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है। उनका कहना है कि बाहरी लोगों को टिकट नहीं देकर जो लोग भाजपा के लिए मार खाए एवं परेशानियां झेली, उन्हें उम्मीदवारी मिलनी चाहिए।


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