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विधानसभा चुनाव: बाहर सन्नाटा, अंदर बंटता रहा सिंबल

उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट घोषित किए। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट के आवास के बाहर यूं तो सन्नाटा पसरा दिख रहा था, पर अंदर का सियासी हलचल कुछ अलग थी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 23 Jan 2017 02:44 PM (IST)Updated: Tue, 24 Jan 2017 05:30 AM (IST)
विधानसभा चुनाव: बाहर सन्नाटा, अंदर बंटता रहा सिंबल
विधानसभा चुनाव: बाहर सन्नाटा, अंदर बंटता रहा सिंबल

देहरादून, [जेएनएन]: रेसकोर्स में अमरीक हॉल के नजदीक प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट के आवास के बाहर यूं तो सन्नाटा पसरा दिख रहा था, लेकिन अंदर का सियासी नजारा व हलचल कुछ अलग थी। एक तरफ कांग्रेस के दावेदार और उनके समर्थक सूची जारी होने का इंतजार कर रहे थे तो दूसरी तरफ तय हो चुके प्रत्याशियों को बिष्ट आवास पर गुपचुप सिंबल बांटे जा रहे थे।

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए सूबे की 63 सीटों पर टिकट शनिवार देर रात ही फाइनल हो चुके थे और विश्वस्त सूत्रों की मानें तो प्रत्याशियों को इसकी जानकारी भी उपलब्ध करा दी गई थी, लेकिन विरोध से बचने को पार्टी सार्वजनिक ऐलान से बचती रही। इसी रणनीति के तहत प्रदेश उपाध्यक्ष बिष्ट को देर रात देहरादून रवाना कर दिया गया, ताकि वे सिंबल बांटने की तैयारी कर सकें।

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बिष्ट के आवास पर एक टीम सुबह से ही सिंबल तैयार करती रही। दोपहर बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के साथ ही पार्टी ने सिंबल बांटने शुरू कर दिए। प्रत्याशी एक-एक कर बिष्ट आवास आते रहे व सिंबल लेकर रवाना होते रहे। बाहर ऐसी कोई हलचल नहीं होने दी गई, जिससे पार्टी की इस रणनीति का पता चल सके। सूत्रों की मानें तो सबसे पहले केदारनाथ सीट से उम्मीदवार मनोज रावत को सिंबल सौंपा गया। पार्टी की रणनीति के तहत उन उम्मीदवारों को पहले सिंबल दिए गए, जो दूरस्थ इलाकों के हैं।

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दोपहर तकरीबन तीन बजे जब पार्टी की वेबसाइट पर टिकटों के ऐलान की सूचना जारी हुई, तब तक आधे से ज्यादा उम्मीदवारों को सिंबल दे रवाना भी किया जा चुका था। संभावित दावेदार अपने समर्थकों समेत कांग्रेस भवन में डटे हुए थे। अंदेशे के तहत सूची सार्वजनिक होते ही विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया, मगर पार्टी अपनी रणनीति में सफल रही। स्थिति यह थी कि सूची जारी होने के एक घंटे बाद शाम चार बजे तक अधिकांश प्रत्याशियों को सिंबल बांटकर क्षेत्र में रवाना कर दिया गया। शेष प्रत्याशियों के सिंबल करीबियों के जरिये भिजवा दिए गए।

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..तो रायपुर का सिंबल था तैयार : पार्टी ने अधिकारिक सूची में भले ही दून की रायपुर विस सीट पर टिकट का एलान न किया हो मगर सूत्रों की मानें तो यहां से महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज चौहान के लिए सिंबल तैयार कर लिया गया था। जब यह भनक मजबूत दावेदार रजनी रावत को लगी तो उन्होंने हाईकमान के समक्ष कड़े शब्दों में विरोध दर्ज करा दिया। रजनी का दो दिन पहले भी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के साथ विवाद हुआ था। बदली परिस्थितियों के बीच पार्टी को रायपुर सीट पर टिकट का एलान टालना पड़ा।

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सीएम के लिए दो सिंबल तैयार: मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए जोत सिंह बिष्ट के आवास पर पार्टी ने दो सीटों के लिए सिंबल तैयार किए। इनमें एक हरिद्वार ग्रामीण सीट जबकि दूसरा किच्छा सीट के लिए है।

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सीएम आवास खाली, मुख्यालय में जमावड़ा: देहरादून आने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत सीधे अपने आवास चले गए थे। कुछ देर बाद प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी यहां पहुंचे। मुख्यमंत्री के आने के बाद भी आवास में तकरीबन सन्नाटा पसरा रही। सबकी नजरें यहीं से मुख्यालय में होने वाले विरोध पर टिकी रही।

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