यूपी विधानसभा चुनाव: यहां सिर्फ एक सीट पर सिमट कर रह गई कांग्रेस
2012 के चुनाव जिले की 10 सीटों पर कांग्रेस को बसपा से भी कम वोट मिले। कुल 17,08,397 वोट पड़े थे। इनमें कांग्रेस को जहां 19.58 फीसद वोट मिले तो बसपा को इससे कहीं ज्यादा मत मिले।
जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर शहर कभी कांग्रेस का गढ़ रहा है। अब कांग्रेस यहां एक विधानसभा सीट पर सिमट कर रह गई है। इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सीटों की संख्या बढ़ाने और पिछले चुनाव में जीती गई सीटों को बचाए रखने की कोशिश में जुट गई है। हालांकि इस बार समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो गया है, ऐसे में देखना है कि उसे कितनी सीटी मिलती हैं।
कांग्रेस से बुरी स्थिति में यहां बहुजन समाज पार्टी है। बसपा ने 2007 के चुनाव में तीन सीटें जीती थीं, पर 2012 के चुनाव में उसे सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। अगर कांग्रेस के इतिहास पर नजर डालें तो 1985 में सरसौल को छोड़ कांग्रेस ने यहां की नौ सीटों पर कब्जा किया था।
1989 में जनता दल की लहर में कांग्रेस के पांव उखड़ गए। पार्टी बुरी तरह हारी। 1991 में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था। इस हार से भी पार्टी ने सबक नहीं लिया और फिर 1993 के चुनाव में भी कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिली। 1996 का चुनाव भी कांग्रेस के लिए सुखद नहीं रहा।
साल 2012 में कौन कहां से जीता
सीट | पार्टी | जीते |
बिल्हौर | समाजवादी पार्टी | अरुणा कोरी |
बिठूर | समाजवादी पार्टी | मुनींद्र शुक्ल |
घाटमपुर | समाजवादी पार्टी | इंद्रजीत कोरी |
कल्याणपुर | समाजवादी पार्टी | सतीश निगम |
सीमामऊ | समाजवादी पार्टी | इरफान सोलंकी |
गोविंदनगर | भारतीय जनता पार्टी | सत्यदेव पचौरी |
महराजपुर | भारतीय जनता पार्टी | सतीश महाना |
आर्यनगर | भारतीय जनता पार्टी | सलिल विश्नोई |
कैंट | भारतीय जनता पार्टी | रघुनंदन भदौरिया |
किदवई नगर | कांग्रेस पार्टी | अजय कुमार |
2002 से खिलने लगे कांग्रेसियों के चेहरे
साल 2002 में सीसामऊ सीट पर संजीव दरियावादी ने जीत दर्ज की थी तो गोविंदनगर में अजय कपूर ने कांग्रेस का झंडा बुलंद किया। 2007 का चुनाव भी कांग्रेस के लिए अच्छा था। पार्टी ने सीसामऊ और गोविंदनगर सीट पर फिर परचम फहराया। 2012 के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अजय कपूर को ही मतदाताओं ने किदवईनगर सीट से विधानसभा भेजा, जबकि सीसामऊ सीट से हार का सामना करना पड़ा। अन्य सीटों पर भी कांग्रेस की स्थिति अच्छी नहीं रही।
10 सीटों पर किसे कितने वोट मिले
पार्टी | मिले कुल वोट |
समाजवादी पार्टी | 4,60,393 |
भारतीय जनता पार्टी | 4,41,548 |
बहुजन समाज पार्टी | 3,81,470 |
कांग्रेस पार्टी | 3,34,548 |
अन्य | 90,438 |
कुल मत पड़े | 17,08,387 |
बसपा से भी कम वोट मिले
गौरतलब है कि 2012 के चुनाव जिले की 10 सीटों पर कांग्रेस को बसपा से भी कम वोट मिले। कुल 17,08,397 वोट पड़े थे। इनमें कांग्रेस को जहां 19.58 फीसद वोट मिले तो बसपा को इससे कहीं ज्यादा मत मिले। हालांकि अधिक वोट पाकर भी बसपा यहां एक भी सीट नहीं जीत सकी। सपा ने पांच और भाजपा ने चार सीटों पर जीत दर्ज की थी। अब इस बार सभी दलों ने अपना वोट फीसद बढ़ाने के लिए जोर लगाना शुरू कर दिया है।
यूपी विधानसभा चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें