राजस्थानः ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका, खुले आसमान के नीचे दिन-रात पहरा दे रहे कांग्रेसी
ईवीएम मशीन की सुरक्षा में सेंध लगने की आशंका के चलते कांग्रेस प्रत्याशी और उनके समर्थक शुक्रवार शाम से स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा दे रहे है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। ईवीएम मशीन की सुरक्षा में सेंध लगने की आशंका के चलते कांग्रेस प्रत्याशी और उनके समर्थक शुक्रवार शाम से स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा दे रहे है। कांग्रेसियों को सुरक्षा एजेंसियों पर विश्वास नहीं है। कांग्रेसियों को आशंका है कि सुरक्षा एजेंसियां और जिला प्रशासन सरकार के दबाव में ईवीएम बदल सकता है।
स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा देने वाले कांग्रेसियों का कहना है कि मतगणना स्थल तक वे ईवीएम मशीन के साथ-साथ जाएंगे,उन्हे आशंका है कि सरकार रास्ते में भी गड़बड़ी करा सकती है। उधर भरतपुर में पूर्व महाराजा और कांग्रेस विधायक विश्वेन्द्र सिंह ने जिला पुलिस अधीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। कांग्रेसियों के हंगामे के बाद पुलिस अधीक्षक को छुट्टी पर भेजा गया है।
करौली में कांग्रेस विधायक ने समर्थकों के साथ खुले आसमान के नीचे गुजारी तीन रात
करौली जिला मुख्यालय पर तो सपोटरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रमेश मीणा मतदान के बाद ही अपने समर्थकों के साथ स्ट्रांग रूम के बाहर खुले मैदान में दिन-रात जोरदार सर्दी के बीच पहरेदारी कर रहे है । वर्तमान में कांग्रेस विधायक रमेश मीणा के सामने भाजपा के टिकट पर दिग्गज नेता किराड़ी लाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी ने चुनाव लड़ा है।
रमेश मीणा को आशंका है कि किरोड़ी लाल मीणा ईवीएम बदलवा सकते है । रमेश मीणा का आरोप है कि जिला कलेक्टर अभिमन्यु कुमार भाजपा के इशारे पर काम कर रहे है। करौली के सरकारी कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम के बाहर खुले मैदान में टैंट लगाकर बैठे मीणा दिन-रात पहरा दे रहे है। नवलगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार शर्मा के समर्थक भी बारी-बारी से स्ट्रांग रूम की निगरानी कर रहे है।
महुआ में निर्दलिय प्रत्याशी ओमप्रकाश हुडला ने भाजपा प्रत्याशी राजेन्द्र मीणा समर्थकों द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायत की है । उधर हनुमानगढ़,श्रीगंगानगर और दौसा सहित विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ ईवीएम मशीनों की निगरानी कर रहे है।
भरतपुर में कांग्रेसियों का हंगामा,एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
उधर भरतपुर में पूर्व महाराजा और कांग्रेस प्रत्याशी विश्वेन्द्र सिंह के समर्थकों के हंगामे के बाद रविवार सुबह जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह को छुट्टी पर भेज दिया गया है। विश्वेन्द्र सिंह ने पुलिस अधीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। विश्वेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि शनिवार देर रात सरकारी कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम में पुलिस अधीक्षक की निगरानी में एक प्राइवेट बस पहुंची और ईवीएम मशीन बदलने का प्रयास किया,लेकिन इसी बीच उनके समर्थक वहां पहुंच गए और गड़बड़ी नहीं हो सकी ।
दरअसल,शनिवार रात एक प्राइवेट बस के कॉलेज परिसर में पहुंचने की जानकारी मिलते ही विश्वेन्द्र सिंह और उनके समर्थक बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे गए और हंगामा करने लगे। इसी दौरान पुलिस अधीक्षक और विश्वेन्द्र सिंह के बीच विवाद हो गया। तनाव बढ़ता देख स्थानीय पुलिस बल के साथ ही आरएसी के जवान तैनात किए गए। सुबह विश्वेन्द्र सिंह ने पुलिस अधीक्षक को नहीं हटाए जाने पर मतगणना नहीं होने देने की चेतावनी देते हुए शहर के बाजार बंद करा दिए। बड़ी संख्या में उनके समर्थक लाठियां लेकर कॉलेज के बाहर एकत्रित हो गए। पहले तो पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल के साथ विश्वेन्द्र सिंह की वार्ता हुई,लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलने पर जयपुर से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बी.एल.सोनी भरतपुर पहुंचे ।सोनी और अग्रवाल से बातचीत में पुलिस अधीक्षक को छुट्टी पर भेजने के साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पर सहमति बनी।