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Lok Sabha Elections: सिद्धू के जाने के बाद हार का सिलसिला तोड़ना पुरी की सबसे बड़ी चुनौती

अमृतसर लोकसभा सीट पर नवजोत सिंह सिद्धू जैसा जलवा दोहराना और लगातार दो हार का सिलसिला तोड़ना पुरी के लिए चुनौती होगी।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 09:53 AM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 05:02 PM (IST)
Lok Sabha Elections: सिद्धू के जाने के बाद हार का सिलसिला तोड़ना पुरी की सबसे बड़ी चुनौती
Lok Sabha Elections: सिद्धू के जाने के बाद हार का सिलसिला तोड़ना पुरी की सबसे बड़ी चुनौती

अमृतसर [विपिन कुमार राणा]। भारतीय जनता पार्टी ने अमृतसर में कमल खिलाने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप पुरी पर भरोसा जताया है। स्थानीय गुटबंदी को देखते हुए भाजपा हाईकमान ने पुरी को भेजना ही उचित समझा। इस सीट पर नवजोत सिंह सिद्धू जैसा जलवा दोहराना और लगातार दो हार का सिलसिला तोड़ना पुरी के लिए चुनौती होगी।

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2014 में भाजपा ने दिग्गज नेता अरुण जेटली को यहां से उतारकर नवजोत सिंह सिद्धू का टिकट काट दिया गया था। जेटली के मुकाबले कैप्टन अमरिंदर सिंह मैदान में उतरे और उन्होंने जेटली को 1,02,770 मतों से हराया था। पराजय का यह सिलसिला 2017 के उपचुनाव में भी बरकरार रहा।

कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला ने भाजपा के राजिंदर मोहन सिंह छीना को 1,99,189 बड़े अंतर से हराया। यही वजह रही कि इस बार पार्टी फूंक फूंककर कदम रख रही थी। पार्टी ऐसा कोई प्रयोग नहीं करना चाहती है ताकि पार्टी के लिए और विकट हालात अमृतसर लोकसभा सीट पर बनेंं।

सीट का इतिहास

अमृतसर लोकसभा सीट पर 1967 में यज्ञदत्त शर्मा ने भारतीय जनसंघ से चुनाव जीत दर्ज की थी। 1977 में जनता पार्टी से डॉ. बलदेव प्रकाश ने सीट पर जीत का परचम लहराया। उसके बाद लगातार पार्टी पांच बार हारती रही। 1998 में दया सिंह सोढ़ी विजयी हुए, लेकिन 1999 में फिर यह सीट कांग्रेस की झोली में चली गई। 2004 में भाजपा ने सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता रघुनंदन लाल भाटिया के खिलाफ नवजोत सिंह सिद्धू को मैदान में उतारा और वह विजयी रहे। उसके बाद 2007 में और 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करते हुए सिद्धू ने हैट्रिक बनाई।

कब कौन बना सांसद

1952- गुरमुख सिंह मुसाफिर- कांग्रेस
1957- गुरमुख सिंह मुसाफिर- कांग्रेस
1962- गुरमुख सिंह मुसाफिर- कांग्रेस
1967- यज्ञ दत्त शर्मा- भारतीय जनसंघ
1971- दुर्गादास भाटिया- कांग्रेस
1972- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस
1977- बलदेव प्रकाश- जनता पार्टी
1980- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस
1984- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस
1989- किरपाल सिंह- निर्दलीय
1991- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस
1996- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस
1998- दया सिंह सोढी- भाजपा
1999- रघुनंदन लाल भाटिया- कांग्रेस
2004- नवजोत सिंह सिद्धू- भाजपा
2007- नवजोत सिंह सिद्धू- भाजपा
2009- नवजोत सिंह सिद्धू- भाजपा
2014- अमरिंदर सिंह- कांग्रेस
2017- गुरजीत सिंह औजला- कांग्रेस

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