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MP Chunav 2018 : यहां नहीं मिलते हैं मोबाइल सिग्नल, संदेश पहुंचाने के लिए तैनात हैं रनर

MP Chunav 2018 : चुनाव कर्मचारियों के अलावा गांवों के ही ग्रामीण संचार दूत की भूमिका निभाएंगे।

By Saurabh MishraEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 08:46 AM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 08:46 AM (IST)
MP Chunav 2018 : यहां नहीं  मिलते हैं मोबाइल सिग्नल, संदेश पहुंचाने के लिए तैनात हैं रनर
MP Chunav 2018 : यहां नहीं मिलते हैं मोबाइल सिग्नल, संदेश पहुंचाने के लिए तैनात हैं रनर

विवेक वर्धन श्रीवास्तव, खरगोन। पूरे प्रदेश में इस बार निर्वाचन प्रक्रिया में आदर्श व पिंक बूथ को विशेष फोकस किया जा रहा है, लेकिन तस्वीर का दूसरा पहलू यह भी है कि आदिवासी क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है।

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खरगोन जिले की 6 विधानसभा सीटों के लिए आदर्श व पिंक बूथ तो बनाए ही गए हैं, परंतु भौगोलिक परिस्थिति और पहाड़ों में बसे दुर्गम गांव जहां न इंटरनेट है, न मोबाइल फोन के सिग्नल, वहां तक संदेश पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। यहां संदेश पहुंचाने के लिए रनर और संचार दूत तैनात किए गए हैं।  

जिले में निर्वाचन प्रक्रिया के लिए साढ़े आठ हजार से अधिक अधिकारी कर्मचारी तैनात किए गए हैं। संचार के लिहाज से दुर्गम क्षेत्रों (शेडो एरिया) में इन कर्मचारियों के साथ गांवों के ही 31 ग्रामीण संचार दूत की भूमिका में होंगे। चुनाव कार्यालय ने इन ग्रामीणों को बकायदा प्रशिक्षण दिया है। उल्लेखनीय है कि जिले के 11 ऐसे शेडो बूथ केंद्रों पर वायरलेस व रनर की व्यवस्था है। तीसरी लेयर के रूप में संबंधित गांव के निष्पक्ष व्यक्ति को इस टीम से जोड़ा गया है।

टीले या छत से लगेगा मोबाइल सिग्नल !

जिले की महाराष्ट्र सीमा से सटे इन गांवों में बनाए गए बूथ का परीक्षण हुआ। इन केंद्रों पर आशंका है कि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के मोबाइल सिग्नल में बाधा आ सकती है। चिन्हित व्यक्ति क्षेत्रीय निवासी होने के कारण बताने में सक्षम होगा कि उसके गांव में टीले पर चढ़कर, स्कूल की छत या खेती मेड़ से सिग्नल मिलेंगे।

कम्युनिकेशन नोडल टीम के प्रमुख उपसंचालक कृषि एमएल चौहान ने बताया कि किसी भी विषम परिस्थिति में सेवा लेने के लिए गांव के ही निष्पक्ष पटेल, युवा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पति को चिन्हित कर लिया गया है। इनके मोबाइल नंबर मतदान दल व सेक्टर ऑफिसर के पास रहेंगे।

शेडो एरिया के अंतर्गत गांव धूपी खुर्द के एक खेत में काम करने वाले कैलाश डुडवे ने बताया कि वे भी लोकतंत्र की मजबूती के लिए सेवाएं दे सकेंगे। गांव तितरानिया के टेलर छतरसिंह का कहना है कि वह मतदान दल व अन्य अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया में सहयोग करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने कहा कि उनकी टीम ऐसे शेडो एरिया में किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। आयोग के निर्देशानुसार हर हाल में चुनाव निष्पक्ष कराए जाएंगे।  


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