MP Chunav 2018: BJP के बागी मानने को तैयार नहीं, कई पूर्व विधायक-पूर्व मंत्री मैदान में
MP Chunav 2018: भाजपा का दावा है कि ज्यादातर बागी कल तक अपना नामांकन पत्र वापस ले लेंगे।
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने एकबार फिर मंगलवार को बागियों की मान मनौव्वल की लेकिन चुनिंदा को छोड़कर अधिकांश नहीं मानें।
बंगलुरु से लौटने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह और प्रदेश प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे ने कई लोगों से बातचीत की। फिर भी पूर्वमंत्री रामकृष्ण कुसमरिया दमोह, पूर्व विधायक जीतेंद्र डागा भोपाल, कमल मर्सकोले बरघाट, भाजयुमो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धीरज पटेरिया जबलपुर, गौरव पारधी वारासिवनी सहित कई दिग्गज नहीं मानें। ग्वालियर की पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। भाजपा का दावा है कि ज्यादातर बागी कल तक अपना नामांकन पत्र वापस ले लेंगे।
कौन कौन मानें
अनिल पांडे - टीकमगढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर फार्म भरने वाले जिला भाजपा उपाध्यक्ष अनिल पांडे ने अपना नामांकन वापस लेने पर सहमति दे दी है।
विपिन भार्गव- भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष विपिन भार्गव और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जोधासिंह अठवाल दोनों ही सुरेंद्र पटवा के समर्थन में अपना नामांकन वापस लेंगे।
मुकेश जैन ढाना - सागर से निर्दलीय प्रत्याशी मुकेश जैन को भी पार्टी ने मना लिया है।
चंदर सिंह सिसोदिया - गरोठ के विधायक चंदरसिंह सिसोदिया भी अंतत: अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया था।
नरेंद्र त्रिपाठी - पनागर से पूर्व विधायक नरेंद्र त्रिपाठी भी नामांकन वापस लेने पर सहमत हो गए हैं।
जितेंद्र बुंदेला- पूर्व सांसद जितेंद्र बुंदेला ने बिजावर से नामांकन भरा था वे अब नामांकन वापस लेने के लिए तैयार हो गए।
ये नहीं माने
रामकृष्ण कुसमरिया - पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया निर्दलीय चुनाव लड़ने के अपने निर्णय पर अडिग हैं। जितेंद्र डागा - भोपाल के हुजूर से निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र डागा अब तक पार्टी नेताओं से बातचीत को ही तैयार नहीं हुए हैं।
धीरज पटेरिया -भाजयुमो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और जबलपुर उत्तर से निर्दलीय प्रत्याशी धीरज पटेरिया ने भी नामांकन वापस लेने से साफ इंकार कर दिया है।
कमल मर्सकोले -अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट बरघाट विधायक कमल मर्सकोले भी निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
सुधीर कुसरे - बैहर सुरक्षित सीट से भाजपा के बागी सुधीर कुसरे डटे हुए हैं ।कुसरे को पार्टी के ही एक गुट का संरक्षण प्राप्त है।
गौरव पारधी - भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी वारासिवनी सीट से भाजपा के बागी गौरव पारधी को मनाने की भी सारी कोशिश असफल साबित हुई। यहां से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साले संजय सिंह मसानी चुनाव लड़ रहे हैं।
समीक्षा गुप्ता - ग्वालियर की पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने भी नामांकन वापस लेने से इंकार कर दिया। उन्होने तो भाजपा से ही इस्तीफा दे दिया ।
इन्हें मनाने की कवायद जारी
केएल अग्रवाल बमोरी
पूर्व मंत्री विदिशा से राघवजी
नरेंद्र सिंह कुशवाह भिण्ड
कटनी नगर निगम के अध्यक्ष संतोष शुक्ला,
पूर्व विधायक रमेश खटीक करैरा
पूर्व कोषाध्यक्ष रामोराम गुप्ता सतना
प्रदीप सिंह पटना सिरमौर
ऊषा मरेठा सीहोर
लता महस्की बैतूल
विश्वामित्र पाठक सिंहावल
कंचन सिंह चौहान महू
ओमप्रकाश यादव राऊ
किशोर मीणा इंदौर
ललित पोरवाल इंदौर 3
घासीराम पटेल राजनगर
मनोज यादव मलहरा
गौरव पारधी वारासिवनी
सुधीर कुसरे बैहर
शिव जायसवाल परसवाड़ा
चंद्रप्रकाश शर्मा सबलगढ़
सीहोर से पूर्व विधायक उषा रमेश सक्सेना
सतना जिपं की उपाध्यक्ष डा रश्मि पटेल
रविंद्र अवस्थी भोपाल उत्तर
ब्रह्मानंद रत्नाकर बैरसिया
अम्बरीश शर्मा लहार
संतोष शुक्ला मुड़वारा
राजकुमार मेव- महेश्वर
संगीता चौहान- सैलाना
इनका कहना है
सभी परिवार के लोग हैं, बातचीत चल रही है। हमें भरोसा है सारे लोग मान जाएंगे। भाजपा का कोई बागी मैदान में नहीं रहेगा।
विजेश लूनावत, उपाध्यक्ष मप्र भाजपा