Kamal Nath: छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद रहे कमलनाथ पहली बार जाएंगे विधानसभा
Kamal Nath : लंबे राजनीतिक करियर में कमलनाथ को सिर्फ एक बार हार का सामना करना पड़ा है।
भोपाल। छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद रहे कमलनाथ 38 साल की संसदीय पारी में पहली बार विधानसभा जाएंगे। कमलनाथ 1980 से 2014 तक नौ बार सांसद चुने गए।
मप्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ पहली बार विधानसभा पहुंचेंगे। लंबे राजनीतिक करियर में कमलनाथ को सिर्फ एक बार हार का सामना करना पड़ा है। 1998 में हुए उप चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा ने उन्हें हराया था।
1946 में कानपुर में जन्में कमलनाथ की स्कूली पढ़ाई दून स्कूल से हुई है। इसके बाद उन्होंने कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से बीकॉम किया। 27 साल की उम्र में 1973 में उनकी शादी अलका नाथ से हुई। उनके दो बेटे हैं। 1980 में वे पहली बार मप्र के छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए।
इसके बाद 1985, 1989, 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी यहां से सांसद बने। वे 1991 से 1995 तक नरसिम्हा राव सरकार में वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे। 2018 में उन्हें पहली बार प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाकर विधानसभा चुनाव जीतने की जिम्मेदारी सौंपी गई। जिसमें वे कामयाब रहे।
1995-96 में केंद्रीय वस्त्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहे। इस दौरान वे संसद की कई समितियों के सदस्य भी रहे। साल 2001 से 2004 तक उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में महासचिव की भूमिका निभाई।
इसके बाद 2004 से वर्ष 2009 की अवधि में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री का दायित्व संभाला। 2009 से 2011 तक केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री रहे और 2011 से 2014 तक शहरी विकास मंत्री के रूप में काम किया। 2014 में उन्हें सबसे वरिष्ठ सांसद होने के नाते संसद का प्रोटेम अध्यक्ष भी बनाया गया था।
तीन किताबें लिख चुकें हैं, संगीत सुनना पसंद
कमलनाथ ने तीन किताबें भी लिखी हैं। इसमें इण्डियाज एनवायरनमेंटल कंसर्न्स, इंडियाज सेंचुरी और भारत की शताब्दी, प्रमुख हैं। इसके अलावा वाइल्ड लाइफ में उनकी काफी स्र्चि है, वहीं मनोरंजन के लिए वे संगीत सुनना पसंद करते हैं। कमलनाथ कोलकाता क्रिकेट और फुटबॉल क्लब, टॉलीगंज क्लब कोलकाता, दिल्ली फ्लाइंग क्लब के सदस्य और एक्स चीफ पैट्रन, दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य रहे हैं।
एसईजेड कमलनाथ की अवधारणा
पर्यावरण और वन मंत्री के रूप में कमलनाथ पारिस्थितिकीय संरक्षण और प्रदूषण उपशमन संबंधी राष्ट्रीय नीति लेकर आए। वर्ष 2004 में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री के रूप में पहली व्यापक विदेश व्यापार नीति प्रतिपादित की, जिसमें निर्यात के साथ-साथ रोजगार के अवसरों पर भी ध्यान दिया।
इस अवधि के दौरान भारत के विदेश व्यापार में तीन गुना वृद्धि हुई और भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में सात गुना वृद्धि हुई। कमलनाथ के प्रयासों से विशिष्ट आर्थिक जोन (एसईजेड) अधिनियम बनाया गया।