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लोकसभा चुनाव 2019 : नेपाल से बिहार होकर यूपी के महराजगंज आती हैं पोलिंग पार्टियां

यह जिले का ऐसा इलाका है जहां पर पोलिंग पार्टियों को पहले नेपाल जाना पड़ता है। फिर बिहार में प्रवेश करने के बाद वापस अपने जिले में आना होता है।

By Edited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 06:32 AM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 09:06 AM (IST)
लोकसभा चुनाव 2019 : नेपाल से बिहार होकर यूपी के महराजगंज आती हैं पोलिंग पार्टियां
लोकसभा चुनाव 2019 : नेपाल से बिहार होकर यूपी के महराजगंज आती हैं पोलिंग पार्टियां
गोरखपुर/महराजगंज, विश्‍वदीपक त्रिपाठी। आपको यह जानकर अचरज होगा कि एक जिला ऐसा भी है जहा पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्र तक आसानी से पहुंचने के लिए न केवल दूसरे राज्य बल्कि पड़ोसी मुल्क की सरहद को भी पार करना पड़ता है। यह दुरूह इलाका महराजगंज का सोहगीबरवा, भोथहा और शिकारपुर है।
अपनी भौगोलिक संरचना, सरकारों की उपेक्षा और आधारभूत सुविधाओं की कमी के चलते ये गाव आज तक जिला व ब्लाक मुख्यालय से सीधे तौर पर संपर्क मार्ग से नहीं जुड़ सके हैं। कुशीनगर और बिहार होते हुए जो रास्ता जाता है वह ठीक नहीं है। ऐसे में लोग नेपाल के रास्ते ही जाना पसंद करते हैं। चुनाव में जिला मुख्यालय से रवाना होने वाली पोलिंग पार्टियों को ईवीएम और सुरक्षा बलों को अपने हथियार लेकर नेपाल की सीमा को पार करना भी चुनौती होता है।
इसके लिए विशेष तैयारी करनी पड़ती है। इन गांवों में जाने के लिए पड़ोसी देश नेपाल व बिहार होते हुए सुगम मार्ग हैं। कुशीनगर और बिहार होकर जाने का अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन मार्ग बेहतर न होने के चलते लोग नेपाल के रास्ते ही जाना पसंद करते हैं। सबसे दिक्कत चुनाव के समय होती है।
पोलिंग पार्टियों, ईवीएम व सुरक्षा बलों को यहां समय से पहुंचाने के लिए विशेष रणनीति बनानी पड़ती है। हथियार लेकर नहीं जा सकते नेपाल नेपाल में नियमों के मुताबिक भारत समेत किसी भी देश का व्यक्ति वर्दी पहन व हथियार साथ लेकर नहीं जा सकता है। ऐसे में प्रशासन का पहला प्रयास यही रहता है कि पो¨लग पार्टियों को कुशीनगर से बिहार होते हुए तीनों ग्राम पंचायतों में पहुंचाया जाए। रास्ता खराब होने या अन्य कोई समस्या आने पर नेपाल सरकार से समन्वय स्थापित कर पोलिंग पार्टियों को नेपाल सीमा से रवाना किया जाता है।
इन मार्गों से जा सकते हैं सोहगीबरवा महराजगंज जिले के निचलौल से झुलनीपुर, त्रिवेणी होते हुए बिहार के वाल्मीकिनगर व नौरंगियां के रास्ते सोहगीबरवा जाने का सुगम मार्ग हैं। इसी तरह कुशीनगर जिले के खड्डा होते हुए बिहार प्रदेश के वाल्मीकिनगर उसके बाद फिर कुशीनगर के नौरंगिया से भी एक रास्ता इन गांवों तक जाता है।
निचलौल तहसील मुख्यालय से दोनों रास्तों की दूरी लगभग 55 किमी है। सोहगीबरवा ग्रामसभा जनसंख्या मतदाता पुरुष महिला 6011 3865 2109 1756 शिकारपुर ग्रामसभा 1461 887 459 428 भोथहा ग्रामसभा 1462 841 469 372 समस्या तो है, हो रही तैयारी महराजगंज के जिला निर्वाचन अधिकारी अमरनाथ उपाध्याय का कहना है कि भौगोलिक संरचना के चलते नारायणी के पूरब बसे तीन ग्राम पंचायतों में जाना समस्या है। नेपाल में सशस्त्र बलों का हथियार लेकर जाना प्रतिबंधित है। ऐसे में प्रयास रहेगा कि कुशीनगर व बिहार होते हुए पो¨लग पार्टियों व सुरक्षा बलों को सोहगीबरवा भेजा जाए।

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